महाराष्ट्रः उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत भी शिंदे कैंप में शामिल, सीएम उद्धव के पास अब सिर्फ 3 मिनिस्टर

महाराष्ट्र की सत्ताधारी शिवसेना में चल रही वर्चस्व की लड़ाई के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक और तगड़ा झटका लगा है. उद्धव सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत भी अब बागी एकनाथ शिंदे कैंप में शामिल हो गए हैं. वह रविवार की रात गुवाहाटी पहुंच गए. इसी के साथ शिंदे के पास शिवसेना के 39 विधायकों का समर्थन हो गया है. उदय महाराष्ट्र के 8वें मंत्री हैं, जिन्होंने उद्धव के बजाय शिंदे के साथ जाने का फैसला किया है. हैरानी की बात ये है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से ज्यादा मंत्री अब एकनाथ शिंदे के कैंप में हैं. उद्धव के पास महज 3 मंत्रियों का समर्थन ही बचा है.

रिपोर्ट के मुताबिक, उदय सामंत से रविवार सुबह से ही शिवसेना का संपर्क नहीं हो पा रहा था. उदय रविवार की शाम चार्टर्ड प्लेन के जरिए मुंबई से गुवाहाटी पहुंचे. उनके साथ तीन अन्य लोग भी थे, जिनमें उनका पर्सनल सेक्रेटरी और ठाणे का एक शिवसेना कार्यकर्ता शामिल था. उदय सामंत को ठाकरे परिवार के निवास मातोश्री का करीबी माना जाता है. यही वजह मानी जाती है कि शिवसेना में नया होने के बावजूद उन्हें उच्च शिक्षा जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया गया था. अब उनका एकनाथ शिंदे के साथ जाना उद्धव के लिए बड़ा झटका है.

उदय सामंत महाराष्ट्र कैबिनेट के 8वें मंत्री हैं, जिसने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ने का फैसला किया है. उद्धव के पास उनकी अपनी पार्टी शिवसेना से अब एक ही मंत्री बचा है. वह है, उनके बेटे आदित्य ठाकरे. आदित्य पर्यावरण एवं प्रोटोकॉल मंत्री हैं. इसके अलावा दो अन्य मंत्रियों में परिवहन मंत्री अनिल परब और उद्योग मंत्री सुभाष देसाई उद्धव के साथ हैं. परब और देसाई दोनों ही विधान परिषद के सदस्य हैं. निर्दलीय शंकरराव गडक भी शिवसेना के कोटे से मंत्री हैं और जल संरक्षण विभाग संभाल रहे हैं. वन मंत्री संजय राठौर के इस्तीफे के कारण एक पद खाली है.

अब तक 5 कैबिनेट मंत्री और 2 राज्यमंत्री शिंदे कैंप में शरण ले चुके हैं. कैबिनेट मंत्रियों में शिंदे, सामंत के अलावा गुलाबराव पाटिल, संदीपन भूमरे, दादाजी भूसे शामिल हैं. राज्यमंत्रियों में अब्दुल सत्तार और शंभुराज देसाई हैं. निर्दलीय राजेंद्र पाटिल यादरावकर और ओमप्रकाश कादू, जिन्हें शिवसेना कोटे से मंत्री बनाया गया था, वह भी शिंदे गुट के साथ आ चुके हैं.

उदय सामंत एनसीपी के टिकट पर रत्नागिरी से लगातार दो बार विधायक रहे हैं. पूर्व कांग्रेस-एनसीपी सरकार में वह राज्यमंत्री बनाए गए थे. हालाकिं 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने शिवसेना जॉइन कर ली थी. उसके बाद 2018 में उन्हें MHADA का चेयरमैन बनाया गया था. 2019 में उदय चौथी बार विधायक चुनकर आए.

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