राजधानी के गुडंबा थाने में सिपाही बबिता सिंह ने बुधवार को फांसी लगा ली है।बबिता सिंह का शव किराए के कमरे में पंखे से कुंडे से लटकता हुआ मिला है। साथी महिला जब उसके घर पहुंची तो उसने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी।
मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। थाना प्रभारी निरीक्षक गुडंबा रीतेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, मेरठ निवासी सोनवीर सिंह की बेटी बबिता सिंह का सेलेक्शन 2016 में उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सिपाही हुआ। उसकी तैनाती गुडंबा थाने में थी और फूलबाग कॉलोनी निवासी रहमत अली के मकान में एक साल से किराए पर रह रही थी। बुधवार शाम चार बजे उसने कमरे में पंखे के कुंडे से दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। पुलिस के मुताबिक, परिजनों के आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, थानाक्षेत्र की एक किशोरी लापता हो गई थी। उसकी बरामदगी पुलिस ने सीतापुर से की और चिकित्सकीय परीक्षण कराने के लिए बबिता सिंह को भेजा गया था। वापस आने के बाद साथी महिला सिपाहियों से महानगर में लगने वाले बुध बाजार में सामान खरीदने की बात कहकर कमरे में चली गई। साथी सिपाही सीटू ने 3।30 बजे से उसे कॉल करना शुरू किया, लेकिन जवाब नहीं मिला। इस पर सिपाही सीटू उसके कमरे पर गई तो दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से झांका तो बबिता का शव पंखे से लटका हुआ था।
प्रभारी निरीक्षक के अनुसार, बबिता करीब एक बजे थाने पहुंची। वहां से कमरे पर गई। पुलिस को आशंका है कि एक से 4 बजे के बीच में कुछ ऐसी बात बबिता के साथ हुई। जिसके बाद उसने यह बड़ा कदम उठाया। हालांकि पुलिस ने बबिता का मोबाइल कब्जे में ले लिया है। इन 3 घंटों में मोबाइल पर आने व जाने वाली हर कॉल के बारे में पुलिस जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।