राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो Lalu Yadav पर संकट के बादल एक बार फिर से गहराने लगे हैं। चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले डोरंडा कोषागार केस की सुनवाई अब मुकाम तक पहुंचने वाली है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले का फैसला 2 महीने के अंदर आ सकता है। इस केस की सुनवाई पूरी करने के लिए 6 माह का वक्त निर्धारित किया गया था। अगर मामले में फैसला Lalu Yadav के खिलाफ आता है तो उन्हें फिर से जेल जाने की नौबत आ सकती है। चारा घोटाले के अन्य मामले में आधी सजा काट लेने के बाद खराब स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें जमानत मिली है। बीमार लालू जमानत मिलने के बावजूद अभी तक पटना या बिहार नहीं आए हैं। इस बीच उनके परिवार और समर्थकों की चिंता फिर से बढ़ने लगी है।
चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में अब आएगा फैसला
डोरंडा कोषागार मामले में अब CBI ने मामले में अपनी तरफ से बहस पूरी कर ली है। Ranchi High court में सोमवार को मामले की अगली तारीख है। अब बचाव पक्ष की ओर से बहस शुरू होनी है। बचाव पक्ष की बहस पूरी होते ही कोर्ट मामले में फैसला सुना देगा। इस मामले में भी लालू आरोपित हैं। CBI ने इस केस में लंबी-चौड़ी चार्जशीट पेश की है। चारा घोटाले में रकम के हिसाब से सबसे बड़ा मामला यही है। केस को जल्द निपटाने के लिए रांची हाई कोर्ट लगातार इसकी सुनवाई कर रहा है। Corona की दूसरी लहर नहीं आई होती तो अब तक शायद फैसला आ चुका होता। संक्रमण की दूसरी लहर का कहर सुस्त पड़ने के बाद सुनवाई में फिर से गति आ गई है।
चारा घोटाले के मामले में जमानत मिलने के वक्त लालू का इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था। जमानत के कुछ दिनों बाद वे अस्पताल से रिलीज हुए तो दिल्ली में ही बड़ी बेटी मीसा भारती के आवास पर चले गए। तब से Lalu Yadav के साथ ही उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी लगातार दिल्ली में ही बनी हुई हैं। बिहार में लालू के समर्थक लगातार उनके लौटने का इंतजार कर रहे हैं। बीमार Lalu Yadav की तबीयत में थोड़ा सुधार होने के बाद उन्होंने दिल्ली में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है, हालांकि उनके बिहार या पटना आने के लिए अब तक कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है।