अक्सर लोग कहते हैं कि शराब जितनी पुरानी हो, उतनी ही उम्दा होती है। दुनिया भर में पुरानी शराब महंगी ही बिकती है। हालांकि बीयर की एक्सपायरी डेट निर्धारित है और यह अब शराब ठेकेदारों को खासा महंगा पड़ने लगा है। कुछ लोग तो बीयर आदि पर लिखी एक्सपायरी डेट देखते तक नहीं, लेकिन कुछ लोग इसे काफी गंभीरता से लेते हैं। यही कारण है कि पहले तो गोदाम में पड़े शराब के स्टॉक को लेकर ठेकेदारों को कोई चिंता नहीं होती थी, पर अब उन्हें इसकी एक्सपायरी डेट महंगी पड़ रही है।
बीयर, ब्रीजा और रम की एक्सपायरी डेट होती है। वहीं, अब लॉकडाउन के चलते दिल्ली के पब्स में लाखों लीटर बीयर एक्सपायर होने वाली है। दिल्ली के पब और बार में बीयर, ब्रीजर, वाइन पर खतरा है। 30 फीसदी स्टॉक अब एक्सपायरी डेट के करीब है। माना जा रहा है कि इससे होटल और पब मालिकों को भारी नुकसान हो सकता है।
गुरुग्राम के होटल और रेस्तरां ने राज्य के आबकारी और टैक्स विभाग को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि देश भर में लॉकडाउन के दौरान समाप्त होने वाले बीयर स्टॉक को या तो खरीद लिया जाए या इसे नए स्टॉक से बदल दिया जाए। होटल व्यवसायी और रेस्तरां मालिकों ने बताया कि लॉकडाउन से पहले ही उन्होंने बड़ी मात्रा में बीयर स्टॉक खरीद लिया था, लेकिन 25 मार्च को देशभर में लॉकडाउन के बाद सबकुछ बंद हो गया है। ऐसे में उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है।
लेमन ट्री होटल्स के उपाध्यक्ष समीर सिंह का कहना है कि सरकार को एक्सपायर्ड स्टॉक के लिए या तो होटल का भुगतान करना चाहिए या पुराने स्टॉक को बदलने के लिए नए को बदलना चाहिए ताकि होटलों को अधिक वित्तीय नुकसान से बचाया जा सके। शराब उद्योग के जानकारों का कहना है कि बोतलबंद बीयर की तुलना में ताजी बीयर जल्दी खराब होती है। इस कारण लॉकडाउन के बढ़ने से इनके खराब होने का खतरा उपस्थित हो गया है। बड़ी मात्रा में बीयर एक्सपायर होने पर BRPL के MD अमित अरोड़ा का कहना है कि सरकार को इसके लिए पहले ही कदम उठाना चाहिए था। एक्सपायरी के कुछ समय पहले कोई भी रिटेलर बीयर खरीदने के लिए तैयार नहीं होगा।