दक्षिणपूर्वी एशियाई देश मलेशिया में पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के इस्तीफे के बाद से देश में गहराया राजनीतिक संकट आखिरकार खत्म हो गया। आपको बता दें मलेशिया के पूर्व गृह मंत्री मोहिउद्दीन यासीन ने बीते रविवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मोहिउद्दीन यासीन ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में स्थित राजमहल में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। हालांकी मोहिउद्दीन यासीन के प्रधानमंत्री बनने पर पूर्व पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने इसका विरोध किया और इस कदम को गैरकानूनी बताते हुए इसकी आलोचना की।
मलेशिया में महातिर मोहम्मद और अनवर इब्राहिम के बीच ‘पैक्ट ऑफ होप’ गठबंधन टूट जाने की वजह से ‘पैक्ट ऑफ होप’ गठबंधन राजनीतिक संकट पैदा हो गया था जिसके एक हफ्ते बाद मोहिउद्दीन यासीन प्रधानमंत्री बनें। मलेशिया के राजमहल की ओर से मोहिउद्दीन को देश का प्रधानमंत्री बनाए जाने से महातिर मोहम्मद के सहयोगी भी सकते में हैं। उनका ये कहना है कि महातिर के पास अभी भी सत्ता में वापसी के लिए बड़ी मात्रा में समर्थन है। उन्होने इस बात के संकेत भी दिए कि वो पूर्व सत्तारूढ गठबंधन के साथ मिलेंगे जिसका नेतृत्व उन्होंने प्रतिद्वंद्वी अनवर इब्राहिम के साथ किया था। इतना ही नहीं उन्होंने इस बात का भरोसा भी दिलाया कि सत्ता में वापसी के लिए विकल्प अभी भी बचा है।