शिवराज सरकार में निकाले गए 16 संविदाकर्मियों को कमलनाथ सरकार ने फिर से नौकरी पर बहाल कर दिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में इन्हें जिला अस्पताल में सहायक अस्पताल प्रबंधक पद पर नियुक्ति दी गई है। नियुक्ति अवधि 31 दिसंबर 2020 रखी गई है। हालांकि, अनुबंध को सेवा का मूल्यांकन कर निरंतरता भी दी जा सकती है। इसके पहले 13 संविदाकर्मियों की सेवा बहाली इसी प्रकार की गई थी।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संविदाकर्मियों की सेवाओं की समीक्षा करने के बाद सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि किसी को भी नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने लगभग तीन साल पहले सात सौ संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी थीं।
इन्हें वापस सेवा में रखने के लिए 19 सितंबर तक आवेदन बुलाए गए थे। परीक्षण करने के बाद इससे पहले 13 और अब 16 संविदाकर्मियों की सेवा बहाली के आदेश मंगलवार को जारी किए गए। इन्हें जिला अस्पताल सह गुणवत्ता प्रबंधक पद के विरुद्ध सहायक अस्पताल प्रबंधक पद पर नियुक्ति दी गई है।
संविदाकर्मियों से जुड़े मुद्दे में मुख्यमंत्री की ओर से समन्वय का काम देख रहे कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष सैयद जाफर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्रवाई चल रही है। संविदाकर्मियों को नियमित पद के वेतनमान का न्यूनतम 90 प्रतिशत देने का प्रावधान कर दिया है। इसे सख्ती से लागू कराया जा रहा है।