बच्चों को चुराकर या अगवाकर दूसरे शहरों में उनकी किडनी बेचने वाले गिरोह का आरपीएफ ने पर्दाफाश किया है। बताया जा रहा है कि आरपीएफ की टीम ने गिरोह को धनबाद स्टेशन से धर दबोचा है। पुलिस ने बताया कि अपराधियों ने पूछताछ में अपना अपराध कबूल किया है। साथ ही उन्होंने बताया कि अपराधी तिलैया और गया के डॉक्टर की मदद से किडनी निकालवाते थे।
बता दें कि आरपीएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए सभी अपराधियों को रेल पुलिस के हवाले कर दिया। उनसे पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि इस रैकेट में कहां के डॉक्टर शामिल हैं। बता दें की सोमवार को अजमेर से सियालदह जा रही ट्रेन में एक महिला यात्री के बच्चे को चुराकर गिरोह के सदस्य भाग रहे थे। उस अपराधी को यात्रियों ने मौके से दबोच लिया।
ट्रेन के धनबाद पहुंचने पर यात्रियों ने अपराधी को आरपीएफ के हवाले कर दिया गया। वहीं उसकी निशानदेही पर ही जम्मूतवी से कोलकाता जा रही ट्रेन जब धनबाद स्टेशन पहुंची, तब उसमें से 3 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए अपराधी बच्चों को चुराकर उन्हें अलग-अलग शहरों में ले जाते थे। वहां डॉक्टरों की मिलीभगत से उन बच्चों की किडनी निकाल ली जाती थी।
पकड़े गए अपराधियों से आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट ने पूछताछ की, जिसमें उन लोगों ने मोबाइल पर किडनी निकाले गए बच्चों की तस्वीर दिखाई गई। पूछा गया कि क्या ऐसे ही किडनी निकाली जाती है। इस पर उन्होंने अपना अपराध कबूल लिया।