भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान से भड़के हिंसा के बाद जमात उलेमा ए हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) ने चुप्पी तोड़ी. राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सुहैब कासमी (Maulana Suhaib Qasmi) ने कहा कि इस्लाम का तकाजा है कि नूपुर शर्मा को माफ कर देना चाहिए. वहीं, उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी और महमूद मदनी जैसे नेताओं पर दंगे करवाने का आरोप लगाया है.
देश में साजिश के तहत किया गया प्रदर्शन
कासमी ने कहा कि नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने अपने बयान पर माफी मांग ली है, और उन्हें भाजपा ने भी पार्टी से निकाल दिया है. ऐसे में 15 दिनों बाद जुम्मे की नमाज के दिन एक साथ देशभर में प्रदर्शन करना कोई बड़ी साजिश की तहत इशारा कर रहा है. उन्होंन काह कि भारत संविधान से चलने वाला देश है. हम किसी प्रकार के हिंसा के पक्ष में नहीं हैं.
ओवैसी और मदनी पर जारी करेंगे फतवा
मौलाना कासीम ने मीडिया से बात करते हुए दंगे के लिए ओवैसी और महमूद मदनी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा, ये लोग मुस्लिम नौजवानों को सड़कों पर ला रहे हैं, और खुद घर में बैठे हैं. उन्होंने कहा देश में किसी भी तरह की हिंसा को जायज नहीं ठहराया जा सकता है. इसलिए ओवैसी और मदनी के खिलाफ जमात उलेमा ए हिंद फतवा जारी करेगा, जिसपर एक हजार से अधिक मौलाना दस्तखत करेंगे.
हम भारत से करते है मोहब्बत- कासिम
मौलाना कासिम ने कहा ये हमारा देश है और हम इस देश से मोहब्बत करते हैं. हां, कुछ लोग ऐसे जरूर हैं जो मोहब्ब को खत्म करना चाहते हैं. उन्होंने कहा जमात उलेमा ए हिंद उन मुस्लमानों के साथ खड़ा है जो देश का विकास चाहते हैं. उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा के बयान पर कुछ लोगों द्वारा राजनीति हो रही है, जिसके हम पक्षधर नहीं हैं. इस्लाम धर्म किसी के बयान से आहत नहीं हो सकता है, इसलिए नूपुर शर्मा को माफ कर देना चाहिए.