इन दिनों देश भर में नागरिकता संशोधन बिल पर जगह जगह हंगामा चल रहा है । देश की राजधानी दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन देखा गया । लेकिन जामिया प्रशासन का कहना है कि यूनिवर्सिटी के बाहर हुई हिंसा में उनके छात्र शामिल नहीं थे । जामिया मिलिया इस्लामिया प्रशासन का कहना है कि यूनिवर्सिटी के आसपास के इलाकों के कुछ विरोधी लोगों ने छात्रों की आड़ में हिंसा शुरू की । वहीं जामिया प्रशासन मामले की आंतरिक जांच का आदेश देने जा रहा है । जामिया प्रशासन का कहना है कि वो दिल्ली सीपी को भी इस मामले में लिखेगा । उनसे अनुरोध करेंगे कि जामिया के बाहर बैरिकेड न लगाएं, ताकि यूनिवर्सिटी युद्ध के मैदान में न बदलें । स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के कारण जामिया में होने वाले सेमेस्टर परीक्षा का शेड्यूल स्थगित कर दिया गया है । परीक्षा का आयोजन आज से होना था । जिस वजह से आज आयोजित होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया गया था । ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एआईएसए) ने शुक्रवार को संसद तक मार्च निकाला था ।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए लाठीचार्ज भी किया था । छात्रों-पुलिस के आमने-सामने होने से इस दौरान कई मीडियाकर्मी भी घायल हुए । पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी । विरोध प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर कई सूचनाएं जारी की गई थीं, जिसमें छात्रों से चल रही परीक्षाओं सहित सभी शैक्षणिक गतिविधियों का बहिष्कार करने के लिए कहा गया था । पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद कई छात्र घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया था ।