तिहाड़ जेल में कैद निर्भया गैंगरेप और हत्या (Nirbhaya Case) के चारों दोषी डिप्रेशन में हैं। उन्होंने खाना-पीना कम कर दिया है। चारों दोषियों- अक्षय ठाकुर, मुकेश, पवन गुप्ता और विनय शर्मा के साथ चार-पांच सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि हताशा में आकर वो खुद को कोई नुकसान न पहुंचा सकें। तिहाड़ जेल के महानिदेशक (सुपरिटेंडेंट) संदीप गोयल समेत वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को जेल का दौरा कर दोषियों को फांसी पर लटकाने की तैयारियों का जायजा लिया और संतुष्टि जाहिर की।
शुक्रवार को निर्भया की मां आशा देवी ने शीर्ष अदालत का रुख कर मौत की सजा पाए 4 दोषियों में से एक की पुनर्विचार याचिका का विरोध किया। इस पर 17 दिसंबर को सुनवाई की जानी है। निर्भया की मां ने दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘दोषियों को सजा दिलाने के लिए मैंने सात साल का लंबा इंतजार किया है। ऐसे में मैं सात दिन और रुक सकती हूं। मैं न्याय के लिए लगातार लड़ती रहूंगी।’
शुक्रवार को ही चारों दोषियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि इस केस से जुड़ा एक मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इसलिए जब तक वहां मामले का निपटारा नहीं हो जाता तब तक लोअर कोर्ट सुनवाई नहीं करेगा। पटियाला हाउस कोर्ट ने सुनवाई 18 दिसंबर तक टाल दी है।