Israel-Palestine Conflict: सौ साल से भी ज्यादा पुराना है इजरायल-फलस्तीन विवाद

गाजा पट्टी एक छोटा सा फलस्तीनी क्षेत्र है। यह मिस्र और इजरायल के भूमध्यसागरीय तट पर स्थित है। इस इलाके में हमास का शासन है, जो इजरायल विरोधी आतंकी समूह है। इलाके पर कब्जे की इजरायल कई बार कोशिश कर चुका है, लेकिन हर बार हमास से उसका कड़ा संघर्ष होता है।

ताजा संघर्ष 2014 की गर्मियों के बाद हमास और इजरायल के बीच की सबसे बड़ी लड़ाई बनती जा रही है। जब दुनिया कोरोना जैसी महामारी से लड़ रही है तो ये दोनों आपस में क्यों भिड़ गए हैं। इसे समझने के लिए इजरायल और फलस्तीन के बीच विवाद की जड़ों को समझना जरूरी है और ये भी जानना जरूरी है कि हाल-फिलहाल वहां क्या हो रहा है।

प्रथम विश्व युद्ध में ओटोमन साम्राज्य को पराजित करने के बाद ब्रिटेन ने पश्चिम एशिया के उस हिस्से पर कब्जा कर लिया, जिसे फलस्तीन के नाम से जाना जाता है। ’ पूरे यूरोप में फैले यहूदियों के लिए उनका यह पुश्तैनी घर था। यहूदी और अरब लोगों में तनाव उस समय और बढ़ गया जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ब्रिटेन को फलस्तीन में यहूदियों के लिए एक देश बनाने का काम सौंपा।

19वीं शताब्दी के दूसरे से चौथे दशक के बीच यहां यहूदियों की संख्या में वृद्धि हुई। इनमें से कई यूरोप में हुए उत्पीड़न से भागकर आए थे।
1947 में संयुक्त राष्ट्र ने फलस्तीन को यहूदी और अरब देश में विभाजित करने के लिए मतदान किया। इसके तहत यरुशलम को एक अंतरराष्ट्रीय शहर घोषित किया गया।
इसे यहूदी नेताओं ने तो मान लिया, लेकिन अरब लोगों ने इसे खारिज कर दिया।
छह मार्च 1948 को अरब और यहूदियों के बीच पहला संघर्ष हुआ।
विवाद को हल करने में असफल होने के बाद 1948 में अंग्रेज फलस्तीन छोड़कर चले गए।
यहूदी नेताओं ने इजरायल की स्थापना की घोषणा की। इसका कई फलस्तीनियों ने विरोध किया। पड़ोसी अरब देशों ने आक्रमण कर दिया।
युद्ध के दौरान कई फलस्तीनियों को अपना घरबार छोड़कर भागना पड़ा।
युद्ध समाप्त होने के बाद इजरायल ने फलस्तीन के अधिकांश भाग पर कब्जा कर लिया।
जार्डन ने जिस इलाके पर कब्जा किया, उसे वेस्ट बैंक कहा गया। वहीं मिस्र ने जिस हिस्से पर कब्जा किया उसे गाजा के तौर पर जाना जाता है।
यरुशलम की बात करें तो इसके पश्चिमी हिस्से पर इजरायल ने कब्जा कर लिया जबकि पूर्व के हिस्से पर जार्डन ने।
1967 में हुए एक अन्य युद्ध में इजरायल ने पूर्वी यरुशलम और वेस्ट बैंक पर कब्जा कर लिया। इसके अलावा सीरियाई गोलन हाइट्स, गाजा और मिस्न के सिनाई प्रायद्वीप पर भी कब्जा कर लिया।
इजरायल का अभी भी वेस्ट बैंक पर कब्जा है जबकि गाजा से वह बाहर निकल गया।
इजरायल पूरे यरुशलम पर अपना दावा करता है जबकि फलस्तीन पूर्वी यरुशलम को भविष्य के देश की राजधानी मानता है।
पूरे यरुशलम पर इजरायल के दावे को मान्यता देने वाले गिने-चुने देशों में अमेरिका भी शामिल है।
पूर्वी यरुशलम, गाजा और वेस्ट बैंक में रहने वाले इजरायल और फलस्तीनियों के बीच अक्सर तनाव देखने को मिलता है।
चूंकि गाजा पर हमास का शासन है, इसलिए उसे हथियार मिलने से रोकने के लिए इजरायल और मिस्न ने गाजा की सीमाओं पर कड़ी निगरानी कर रखी है।

गाजा और वेस्ट बैंक में रहने वाले फलस्तीनियों का कहना है कि वे इजरायल के प्रतिबंधों से पीड़ित हैं। जबकि इजरायल का कहना है कि वह केवल फलस्तीर्नी ंहसा से खुद को बचाने के लिए काम कर रहा है। ताजा विवाद अप्रैल 2021 में रमजान के पवित्र महीने में शुरू हुआ। पुलिस और फलस्तीनियों के बीच हुई झड़पों से तनाव बढ़ा। पूर्वी यरुशलम में कुछ फलस्तीनी परिवारों की बेदखली ने भी गुस्से को भड़काया है।

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