कौन होगा गाजा का गॉडफादर? जंग के बीच अमेरिका ने सेट किया प्लान

इजराइल और हमास में चल रही जंग के बीच अमेरिका ने गाजा के भविष्य को लेकर अपना प्लान तैयार कर दिया है. अमेरिका के प्लान का इजराइल ने विरोध भी किया है. विरोध के बाद भड़के बाइडेन ने अब इजराइली सेना की जासूसी शुरू करा दी है ताकि उसके प्लान के अमल में कोई दिक्कत न आ सके.

इजराइल और हमास युद्ध के बाद गाजा का क्या होगा, किसका राज होगा यह सवाल भी उठने लगा है. इसके लिए अमेरिका ने न सिर्फ इसका प्लान बना लिया है बल्कि उसका खुलासा भी कर दिया है. अमेरिका जंग के बाद गाजा की सत्ता को फिलिस्तीनी प्रशासन को ट्रांसफर करने की तैयारी कर चुका है. इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन तेल अवीव के साथ-साथ फिलिस्तीन भी पहुंचे.

बाइडेन के फॉर्मूले से इजराइली पीएम नेतन्याहू सहमत नहीं हैं. नेतन्याहू समेत इजरायल की वॉर कैबिनेट ने बाइडेन को चिट्ठी लिखकर उनके प्लान का विरोध किया है. इस बात से भड़के बाइडेन ने गाजा में इजराइली सेना की जासूसी करवाना शुरू कर दिया है, तो क्या बाइडेन जासूसी के जरिए नेतन्याहू पर दबाव डालने वाले हैं?

फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात और बात के बाद जेक सुलिवन ने जो कुछ कहा, उससे साफ हो गया कि युद्ध के बाद गाजा पर फिलिस्तीनी प्रशासन की ही हुकूमत रहने वाली है. अमेरिकी NSA ने कहा कि फिलिस्तीनी प्रशासन का सशक्तिकरण होगा. फिलिस्तीन की सुरक्षा को मजबूत और अभेद्य बनाया जाएगा. इसके लिए अमेरिका 3500 फिलिस्तीनी पुलिस वालों को ट्रेनिंग देगा.

गाजा के भविष्य को लेकर अमेरिका का यह अंतिम फैसला

मतलब ये कि गाजा से लेकर वेस्ट बैंक तक फिलिस्तीनी प्रशासन की ही सत्ता रहेगी. गाजा के भविष्य को लेकर अमेरिका का यही अंतिम फार्मूला है. सऊदी अरब भी इस प्लान पर सहमत है, लेकिन इस फॉर्मूले से इजरायल सहमत नहीं है. इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू, इजरायल के राष्ट्रपति, इजराइल के रक्षा मंत्री समेत पूरी वॉर कैबिनेट ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में अपील की गई है कि अमेरिका ना तो टू स्टेट सॉल्यूशन की बात करे ना ही इसपर अपनी सहमति दे.

इजराइल के विरोध का अमेरिका ने निकाला तोड़

इजराइल का आपत्ति के बाद अमेरिका को एहसास हो गया है कि इजराइल उसके फॉर्मूले को आसानी से स्वीकार नहीं करेगा. इसके लिए बाइडेन ने साम, दाम, दंड, भेद की नीति अपना ली है. सीक्रेट रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियां गाजा में इजरायल के मिलिट्री ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी जुटा रही हैं. ये रिपोर्ट बाहर आई तो दावा किया जाने लगा कि अमेरिका इजराइली सेना की जासूसी इसलिए कर रहा है, ताकि गाजा के भविष्य को लेकर उस पर दबाव डाला जा सके और वो अमेरिका के फार्मूले को स्वीकार कर ले. खैर, बाइडेन का ये जासूसी प्लान काम करेगा या नहीं, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

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