कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऐसा अनुमान है कि सप्ताह के अंत तक देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख तक पहुंच जाएगी। मरने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है देशभर में अबतक 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में देश के सभी राज्यों की सरकारें अपने अपने स्तर से इस जानलेवा वायरस से लड़ने की रणनीति तैयार कर रही हैं। इसी कड़ी में बिहार की नीतीश सरकार ने भी अब फैसला लिया है कि अब संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा मिल सकेगी. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय कुमावत ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर नई गाइडलाइन से रूबरू करा दिया है।
आपको बता दें बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से लिखे गए में कहा गया है कि किसी भी कोविड-19 संक्रमित मरीज को होम क्वारनटीन या आइसोलेशन सेंटर में रखे जाने के निर्णय के लिए सभी जिलाधिकारियों को अधिकृत किया गया है। सरकार की ओर से जारी किए गए गाइडलाइंस के मुताबिक संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन की सुविधा तभी प्रदान की जाएगी जब उनके घर पर सेल्फ आइसोलेशन और अन्य पारिवारिक संपर्क को क्वारनटीन करने की आवश्यक सुविधा उपलब्ध हो। इसके अलावा होम आइसोलेशन में रहने के दौरान संक्रमित मरीज को नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य को मॉनिटर करना होगा और किसी तरह के लक्षण आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना होगा जिससे मरीज को उचित इलाज मुहैया हो सके। वहीं मरीज का होम आइसोलेशन सैंपल कलेक्शन के 14 दिनों के बाद समाप्त हो जाएगा बशर्ते उनमें संक्रमण का कोई लक्षण ना हो।
बिहार में कोरोना के कुल पॉजिटिव केस की संख्या 12,525 है। जिनमें से 98 लोगों की मौत हो चुकी है।