भारत चीन के बीच सीमा विवाद के बाद जहां अब एलएसी पर तनाव कुछ कम होता दिख रहा है। ऐसे में भारतीय सेना किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहती है। बीती रात अपनी हवाई ताकत का प्रदर्शन करते हुए भारतीय वायु सेना ने पूर्वी लद्दाख के क्षेत्र में रात के समय में हवाई गश्तों को अंजाम दे रही है। सूत्रों की माने तो पूर्वी लद्दाख के क्षेत्र में टकराव वाले कुछ बिंदुओं से चीनी सैनिकों के पीछे हटने के बावजूद अपने उच्च स्तर की तैयारी बनाये रखने संबंधी फैसले के तहत भारतीय वायुसेना रात के समय गश्त कर रही है। वहीं अभी भी सेना किसी भी तरह की चुनौती के लिए चौकन्नी है।
इस बारे में भारतीय वायुसेना से मिली जाानकारी के मुताबिक पहले पंक्ति के लड़ाकू जेट विमानों से दिन और रात के समय चलाये जाने वाले अभियान इस बात का संकेत है कि भारत तब तक चीन पर दबाव बनाना जारी रखेगा जब तक कि पैंगोंग सो, हॉट स्प्रिंग्स और गोग्रा समेत पूर्वी लद्दाख में सभी क्षेत्रों में यथास्थिति बहाल नहीं हो जाती। यहीं कारण है कि भारत की ओर से पूर्वी लद्दाख में तनाव वाले स्थान पर रात के समय भी गश्त लगाने का काम जारी है। चीन के कुछ क्षेत्रों में सैनिकों को वापस बुलाये जाने की प्रक्रिया शुरू किए जाने के बावजूद सेना और भारतीय वायुसेना दोनों वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कड़ी सतर्कता बनाए रखेगी।
आपको बता दें इस मसले पर बीते रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने टेलीफोन पर बात की थी जिसमें वो वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सैनिकों के ‘तेजी से’ पीछे हटने की प्रक्रिया को पूरा करने पर सहमत हुए थे, जिसके बाद सोमवार की सुबह सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। पिछले कुछ दिनों में वायुसेना ने चीन के साथ बढ़ रहे सीमा तनाव के मद्देनजर एलएसी के साथ हवाई क्षेत्र की निगरानी करने वाले अपने सभी प्रमुख ठिकानों पर अपने अग्रिम पंक्ति के जेट विमानों में सी -17 ग्लोबमास्टर III के साथ-साथ सी -130 जे सुपर हरक्यूलिस, और परिवहन बेड़े की तैनाती को काफी बढ़ाया है। इसके साथ ही भारतीय सेना ने पहले ही लेह और श्रीनगर सहित कई प्रमुख हवाई ठिकानों पर सुखोई 30 एमकेआई, जगुआर, मिराज 2000 विमानों को बड़ी संख्या भेज चुका है।
आपको बता दें बीते 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मी वीरगति को प्राप्त हो गए थे। झड़प में चीनी सेना को भी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। LAC पर तनाव को कम करने के लिए पिछले कुछ सप्ताह से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर कई बार बैठक हो चुकी है।