JNU में हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जानकारी दी है। इससे पहले दिल्ली पुलिस मुख्यालय में सुबह 11 बजे बैठक हुई। मिली जानकारी के मुताबिक, JNU में पिछले कुछ दिनों से चल रहे हंगामे के मसले पर पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में फैक्ट फाइंडिंग कमिटी की प्रमुख ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह सहित अन्य अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे।
दिल्ली पुलिस की पड़ताल की कुछ खास बातें कुछ इस प्रकार हैं:-
JNU हिंसा में पुलिस ने की 9 लोगों की पहचान
पंकज मिश्रा, आइशी घोष, योगेंद्र भारद्वाज, सुचेता तालुकदार, प्रिय रंजन, चुनचुन कुमार, विकास पटेल, डोलन सामंता के नाम शामिल।
वायरल वीडियो से कुछ लोगों की पहचान की गई।
JNU में हिंसा में पहचाने गए आठ छात्रों से जवाब मांगा गया।
सर्वर रूम में छेड़छाड़ की गई। रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे कुछ छात्रों को पीटा गया। 3 जनवरी को सर्वर बंद किया गया।
JNU हिंसा पर पुलिस ने बताया कि लेफ्ट के चार संगठन रजिस्ट्रेशन के खिलाफ है।
नकाबपोश जानते थे कि किस-किस रूम में जाना है।
पेरियार हॉस्टल में मारपीट की गई। बाहर वालों के लिए JNU के अंदर जाना आसान नहीं।
5 जनवरी को 11.30 बजे मारपीट की गई। हिंसा के दौरान कुछ वाट्सएप ग्रुप बनाए गए।