Heart Attack

शरीर में दिखें ये संकेत, तो समझिए हार्ट हो गया कमजोर ! भूलकर भी न करें नजरअंदाज

हार्ट हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. ये शरीर में लगातार खून पंप करता रहता है. ताकि पूरे शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंच सकें. लेकिन आजकल लाइफस्टाइल और खान-पान की गलत आदतों, तनाव, मोटापा और बढ़ती उम्र की वजह से दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं. दिल के कमजोर होने पर शरीर कई तरह के संकेत देता है, लेकिन लोग आमतौर पर इन संकेतों को मामूली समझ कर अनदेखा कर देते हैं. हालांकि अगर इन संकेतों की समय पर पहचान कर ली जाए और इलाज शुरू कर दिया जाए, तो किसी भी मुश्किल परिस्थिति में पड़ने से बचा जा सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि हार्ट कमजोर होने के क्या संकेत होते हैं और ऐसी परिस्थिति में क्या करना चाहिए.

अपोलो अस्पताल में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉ. वरुण बंसल बताते हैं कि अगर बिना ज्यादा मेहनत के ही जल्दी थकान महसूस होने लगे या सांस फूलने लगे, तो ये हार्ट के कमजोर होने का संकेत हो सकता है. आमतौर पर ये स्थिति तब आती है, जब शरीर के सभी अंगों तक पर्याप्त खून की सप्लाई नहीं हो पाती और उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिल पाती. अक्सर हार्ट कमजोर होने पर शरीर में कुछ तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिनसे पैरों, टखनों, पंजों या पेट में सूजन आ सकती है. हालांकि ये संकेत लिवर या किडनी की बीमारी के भी हो सकते हैं, लेकिन ये हार्ट की बीमारी का भी संकेत है.

सीने में दर्द या भारीपन

सीने में दर्द, दबाव, जकड़न या भारीपन महसूस हो तो ये हार्ट से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है. यह दर्द बाएं हाथ, जबड़े, पीठ या गर्दन तक भी जा सकता है. अगर ये संकेत बार-बार या लंबे समय क बना रहे, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. इसके अलावा अगरदिल की धड़कन बहुत तेज, धीमी या फिर अनियमित हो जाए, तो ये भी हार्ट की कमजोरी के संकेत हो सकते हैं.

हार्ट कमजोर होने की वजहें
हाई ब्लड प्रेशर

कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होना

मोटापा

धूम्रपान और शराब

तनाव होना और नींद पूरी न होना

अनुवांशिकता

कब डॉक्टर से मिलें?
अगर हार्ट की कमजोरी से जुड़ा कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उनकी सलाह से ही दवाएं लेना चाहिए और टेस्ट कराने चाहिए. अगर परिवार में हार्ट डिजीज का इतिहास रहा है तो ऐसे संकेतों को बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

कैसे करें बचाव?
खाने में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, कम फैट वाला दूध, मछली, सूखे मेवों का इस्तेमाल करें.

रोजाना कम से कम 30 मिनट तक पैदल चलें. इसके अलावा रोजाना योग या वर्कआउट जरूर करें.

धूम्रपान और शराब से दूर रहना अच्छा है.

तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, संगीत, किताबें पढ़ना या मनपसंद शौक अपना सकते हैं.

ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित रूप से जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाएं लें.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1