Israel Attacks Iran: ईरान और इजरायल के बीच टकराव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है. दोनों देश एक-दूसरे पर मिसाइल और हवाई हमलों के जरिए हमला कर रहे हैं. यह इजरायल का ईरान पर अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभियान माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य तेहरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकना है.
तेल अवीव और यरूशलम में शनिवार सुबह तेज सायरनों की आवाज गूंज उठी. ईरान की तरफ से दागी गई कई मिसाइलें इजरायल की ओर बढ़ती देखी गईं, जिससे लोगों में दहशत फैल गई और वे बंकरों में शरण लेने लगे. इजरायली डिफेंस सिस्टम ने मिसाइलों को रोकने की कोशिश की.
ईरान ने बढ़ाई हमलों की रफ्तार
Iran ने शुक्रवार रात दो बार हवाई हमला किया था और शनिवार सुबह उसने तीसरी लहर शुरू कर दी. सुप्रीम लीडर खामेनेई ने इजरायल पर युद्ध शुरू करने का आरोप लगाया है और जवाबी कार्रवाई जारी रखने की चेतावनी दी है.
कुछ ईरानी मिसाइलें तेल अवीव में गिरीं
इजरायली सेना (IDF) ने बताया कि ईरान की तरफ से बड़ी संख्या में बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च की गईं. इनमें से अधिकतर मिसाइलों को एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया, लेकिन कुछ मिसाइलें तेल अवीव में गिरने में सफल रहीं. हालांकि इजरायल ने अभी तक मृतकों की संख्या जारी नहीं की है, लेकिन कुछ घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और राहत व बचाव कार्य जारी है.
तेहरान में धमाके, राष्ट्रपति आवास के पास हलचल
दूसरी ओर Iran के तेहरान स्थित हवाई अड्डे पर विस्फोट की खबर आई है. साथ ही शनिवार सुबह सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई के आवास और राष्ट्रपति के घर के पास हवाई गतिविधियां देखी गईं. ईरानी सेना ने दावा किया है कि उन्होंने इजरायल का एक ड्रोन मार गिराया है.
झड़प की शुरुआत कैसे हुई?
Israel ने 13 जून को सुबह-सुबह ईरान के परमाणु ठिकानों पर बड़ा हमला किया. इस हमले में ईरान के मुताबिक 78 लोगों की मौत हुई और 320 से अधिक घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने दावा किया कि मारे गए लोगों में अधिकांश आम नागरिक हैं, जबकि इजरायल का कहना है कि उसके निशाने पर सेना के अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक थे.
Israel ने ईरान के खिलाफ “प्रिवेंटिव स्ट्राइक” शुरू की, जिसमें लगभग 200 फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया गया, जिनमें उन्नत F-35I Adir भी शामिल थे. इजरायल ने इस हमले से पहले अमेरिका की ट्रंप सरकार को इसकी सूचना दी थी. इस सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें नतांज, फोर्दो और इस्फहान के परमाणु केंद्र प्रमुख थे. इजरायली सेना का दावा है कि उसने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर होसैन सलामी, चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद हुसैन बघेरी, और इमरजेंसी फोर्स कमांडर गोलाम राशिद के साथ-साथ छह शीर्ष वैज्ञानिकों को मार गिराया है.
इजरायल ने इजरायल पर देर रात किया पलटवार
Iran ने जवाबी हमला करते हुए करीब 100 ड्रोन इजरायल की ओर भेजे. इजरायली सेना का दावा है कि उसने सभी ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया. इसके साथ ही इजरायल में आपातकाल की घोषणा कर दी गई, स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए और सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई.
Iran मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि तब्रिज और शिराज में भी इजरायली बमबारी हुई है. इसी दौरान, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की कि यह सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक जरूरत होगी.
Iran ने एक बड़ा जवाबी हमला किया, जिसमें यरुशलम और तेल अवीव में जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई. ईरान ने 150 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. इन हमलों में तेल अवीव में कम से कम 34 लोग घायल हुए, जिनमें एक महिला की मौत हो गई.
Iran ने फिर से मिसाइल हमला किया. यरुशलम में एक बार फिर सायरन और धमाके सुनाई दिए. तेल अवीव में दो मिसाइलें जमीन पर आकर गिरीं, जिससे कम से कम सात लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इसी समय, तेहरान के मेहराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भीषण आग लगने की खबर भी सामने आई.
इस वक्त क्या स्थिति है?
ईरान के UN राजदूत का दावा है कि इजरायली हमले में अब तक 78 लोग मारे गए और 320 से ज्यादा घायल हुए हैं.
इजरायली सेना ने कहा कि वह इस सैन्य अभियान को दो हफ्ते तक जारी रखने के लिए पूरी तरह तैयार है.
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बताया कि यह हमला नवंबर 2024 से ही योजनाबद्ध था, लेकिन इसे अप्रैल से टालकर जून में अंजाम दिया गया.