पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी और सत्तारूढ़ दल TMC को घेरने की चौतरफा रणनीति बनाकर BJP मैदान में कूद पड़ी है। पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 (West Bengal Election 2021) से पहले राज्य में बाहरी बनाम हाउस मैन की लड़ाई चरम पर है। इसके लिए BJP बांग्ला भाषा में दक्ष नेताओं और मंत्रियों को खास तरजीह दे रही है।
भाजपा ने जिन लोगों को बंगाल में जिम्मेदारी दी है, उन्हें खास निर्देश दिया गया है कि लोगों के बीच संवाद स्थापित करने लायक बांग्ला भाषा सीख लें। BJP इस कदम से TMC के घरेलू बनाम बाहरी के हथियार को कुंद (भोथरा) करना चाहती है। अगर आप पश्चिम बंगाल के मतदाता हैं, तो इंतजार कीजिए।
BJP आलाकमान इस तथ्य से अच्छी तरह से अवगत है कि पार्टी राज्य के सभी हिस्सों में बूथ स्तर पर मजबूत नहीं है। यही कारण है कि उन्होंने चुनाव से पहले इस कमी को पूरी के लिए पार्टी के पांच महासचिवों (संगठन) को भेजा है। रत्नाकर, भीखुभाई दलसानिया, सुनील बंसल, पवन राणा और रवींद्र राजू एक महीना पहले बंगाल पहुंचे। यहीं उन्होंने अपना ठिकाना बना लिया है।
BJP ने 8 मंत्रियों संजीव बालियान, गजेंद्र सिंह शेखावत, नित्यानंद राय, अर्जुन मुंडा, नरोत्तम मिश्रा, केशव प्रसाद मौर्य, मनसुख मंडाविया और प्रह्लाद सिंह पटेल को राज्य भर में राजनीतिक अभियान चलाने के लिए भेजा है। राज्य की 42 लोकसभा सीटों को आठ मंत्रियों में विभाजित किया गया है। BJP सूत्रों के अनुसार, शाह ने अपने बंगाल दौरे के समय बीते शनिवार रात को एक होटल में पार्टी की बैठक में 13 लोगों को जिम्मेदारियां सौंपी थी।