झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के सामने सहयोगी दलों की चुनौतियों के बीच झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने कहा है कि बीजेपी के सहयोगी दल ‘डूबते जहाज’ को छोड़कर जा रहे हैं, क्योंकि उन्हें हवा के रुख का अंदाजा हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने बीजेपी पर ‘कुशासन’ का और उससे ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रवाद जैसे भावनात्मक मुद्दे उठाने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन ने कहा कि विधानसभा चुनाव भूमि अधिग्रहण और बेरोजगारी जैसे राज्य स्तर के मुद्दों पर लड़ा जायेगा। सोरेने ने कहा, ‘यह लोकसभा चुनाव नहीं है, यह राज्य का चुनाव है। लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मुद्दे हावी होते हैं, जो हो चुका है और उसके लिए जनादेश मिल चुका है। अब राज्य के मुद्दों पर राज्य के चुनाव लड़े जायेंगे।’
गठबंधन के सीट बंटवारे के समझौते के तहत झामुमो 43 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। कांग्रेस 31 और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सात सीटों पर किस्मत आजमायेगा. क्या अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का चुनाव पर कोई असर पड़ सकता है, इस प्रश्न के जवाब में हेमंत ने कहा कि मामला सोरेन ने कहा कि इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है तथा सभी को इसका पालन करना चाहिए। श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड की जनता अब रघुवर दास नीत सरकार के ‘झांसे में’ और नहीं आयेगी। जनता बदलाव के लिए वोट देगी। उन्होंने इसके लिए बीजेपी नीत गठबंधन में आ रही समस्याओं की ओर भी इशारा किया।