टीवी जगत के मशहूर अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला (Siddhartha Shukla Died) की हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई. वो बालिका वधू में भी लंबे समय तक नजर आए थे. इसके बाद उन्होंने लोकप्रिय टीवी शो बिग बॉस (Big Boss) के 13वें संस्करण का खिताब भी अपने नाम किया था. हाल ही में क्रिकेटर यशपाल शर्मा, मलयाली एक्ट्रेस चित्रा, शेफ और फिल्म निर्माता नौशाद समेत कई हस्तियां दिल का दौरा पड़ने से जान गंवा चुकी हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कार्डिवैस्क्युलर डिसीज यानि दिल से जुड़ी बीमारियां दुनियाभर में मौतों के बड़े कारणों में से एक हैं. आंकड़े बताते हैं कि CVD के चलते 5 में से 4 मौतें हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स की वजह से होती हैं. अब सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के हवाले से इस स्वास्थ्य परेशानी के बारे में विस्तार से जानते हैं.
हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इंफार्क्शन भी कहा जाता है. जब दिल की मांसपेशियों के हिस्से में पर्याप्त रक्त नहीं पहुंचता, तो व्यक्ति हार्ट अटैक का शिकार होता है. रक्त के प्रवाह या ब्लड फ्लो को बेहतर करने में इलाज में होने वाली देरी दिल की मांसपेशियों को बड़ा नुकसान पहुंचाती है. कोरोनारी आर्टरी डिसीज (CAD) को हार्ट अटैक का मुख्य कारण माना जाता है. इसके अन्य कारण गंभीर ऐंठन या अचानक हुआ संकुचन है, जो मांसपेशियों तक खून को पहुंचने से रोक सकता है.
सीने में दर्द या बेचैनी- ज्यादातर हार्टअटैक में सीने के मध्य और बाईं तरफ बेचैनी शामिल होती है, जो कई मिनटों तक जारी रहती है या बार-बार आती जाती है. बेचैनी दबाव, दर्द की तरह लग सकती. कमजोर, हल्का-हल्का या बेहोशी महसूस करना भी इसके लक्षण हो सकते हैं. साथ ही आपको ठंडा पसीना भी आ सकता है. जबड़े, गले या पीठ में दर्द या बेचैनी, दोनों हाथों या कंधों में दर्द या बेचैनी, बड़े लक्षणों में शामिल हैं. मरीज को सांस लेने में परेशानी भी सकती है. आमतौर पर यह सीने में बेचैनी के साथ आती है. हार्ट अटैक के अन्य लक्षणों में थकान और उल्टी का मन भी शामिल है. महिलाओं में इन लक्षणों के नजर आने की संभावनाएं ज्यादा है.
स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां, रहन सहन, उम्र और परिवार का इतिहास आपके ह्रदय रोग और हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा देता है. इन्हें रिस्क फैक्टर्स कहा जाता है. उम्र और पारिवारिक इतिहास जैसे कुछ फैक्टर्स होते हैं, जिन पर आपका नियंत्रण नहीं होता, लेकिन आप अपने नियंत्रण वाले चीजों का ध्यान रखकर जोखिम को कम कर सकते हैं.
अगर आपको हार्ट अटैक आया था, तो आपका दिल क्षतिग्रस्त हो सकता है. इससे दिल की लय और पूरे शरीर में रक्त पहुंचाने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है. साथ ही आपको और हार्ट अटैक या स्ट्रोक, किडनी संबंधी परेशानी और पेरिफेरल आर्ट्रियल डिसीज (PAD) का भी जोखिम हो सकता है. कुछ उपाय हैं, जिनकी मदद से आप हार्ट अटैक के बाद भविष्य की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से बच सकते हैं.
शारीरिक गतिविधियां: अपने डॉक्टर से काम और रोज के कामों को लेकर बात करें. हार्ट अटैक के बाद कुछ समय तक डॉक्टर आपको यात्रा से बचने, सीमित काम करने की सलाह दे सकते हैं.
जीवन शैली में बदलाव: स्वस्थ भोजन, शारीरिक गतिविधियों में इजाफा, धूम्रपान छोड़ने और तनाव को संभालने जैसी आदतें दिल के स्वास्थ्य को बेहतर कर सकती हैं. इसके अलावा दवाओं का भी खास ध्यान रखें.