स्मार्टफोन की सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली एसेसरीज में से एक Headphones या ईयरफोन होते हैं। ऐसे में इसकी खरीदने से पहले सावाधानी बरतनी चाहिए। मार्केट में मौजूद किसी भी तरह के Headphones या ईयरफोन को नही खरीदना चाहिए। आज हम आपको ईयरफोन खरीददारी में काम आने वाली कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप एक बेहतर Headphones का चुनाव कर सकते हैं।
आमतौर पर मार्केट में 2 तरह के ईयरफोन या Headphones होते हैं – वॉयर्ड और ब्लूटूथ। ब्लूटूथ वाले Headphones या ईयरफोन को चार्ज करना जरूरी होता है। साथ ही इनबिल्ट बैटरी होने की वजह से ब्लूटूथ Headphones भारी होते हैं। ऐसे में अगर आप Headphones का रोजाना 6 से 7 घंटे तक इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए वायर वाले ईयरफोन खरीदना बेहतर ऑप्शन होगा।
ओवर ईयर हेडफोन्स –
ओवर ईयर Headphones पूरे कानों को ढक लेते हैं। साथ ही, इनके बड़े आकार के कारण, इनमें बड़े ड्राइवर्स भी आसानी से लगाए जा सकते हैं, जिससे तेज साउंड और बेहतर बास मिलता है। साथ ही, पूरा कान ढकने की वजह से ये हेडफोन्स बाहर के शोर को काफी हद तक कम कर देते हैं।
ईरबड्स –
मौजूदा वक्त में ईयरबड्स की काफी डिमांड है। ईयरबड्स हेडफोन्स का ही छोटा रूप है। इसमें यूजर्स को ईयरफोन और Headphones दोनों का फील मिलता है। हालांकि ईयरबड्स की कीमत ईयरफोन या Headphones के मुकाबले ज्यादा होती है। Headphones वॉयर असिस्टेंट और न्वाइज कैंसिलेशन फीचर्स के साथ आते हैं।
ड्राइवर और ड्रम साइज
ईयरफोन या हेडफोन लेने से पहले जरूर चेक करें, कि ड्राइवर साइज कितना है। जितना ज्यादा बड़ा ड्राइवर होता है, उतनी अच्छी साउंड क्वॉलिटी मिलती है। अगर एक से ज्यादा ड्राइवर दिए गए हैं, तो और भी ज्यादा बेहतर साउंड मिलती है। मौजूदा वक्त में बेस के लिए अगल-अलग ड्राइवर दिए जा रहे हैं। हालांकि ज्यादा ड्राइवर वाले हेडफोन की कीमत भी ज्यादा होती है। साथ ही Headphones खरीदने वक्त उसकी क्वॉलिटी पर जरूर गौर करें, मतलब प्लास्टिक की केसिंग या ड्रम वाले ईयरफोन ज्यादा अच्छी साउंड प्रड्यूस नही करते हैं। हमेशा मेटल वाले ड्रम वाले ईयरफोन खरीदें। अगर लकड़ी के ड्रम दिया जा रहा है, तो ज्यादा बेहतर है। लेकिन इनकी लाइफ ज्यादा नही होती है।
जैक टाइप
अभी तक ज्यादातर Headphones में 3.5mm जैक कनेक्टिविटी दी जाती थी। लेकिन अब कुछ हेडफोन USB टाइप-सी कनेक्टिविटी के साथ आते हैं। लेकिन USB-Type-C वाले हेडफोन के साथ दिक्कत ये होती है कि चार्जिंग के वक्त इन्हें इस्तेमाल नही किया जा सकता है, क्योंकि चार्जिंग और कनेक्टिविटी के लिए एक ही पोर्ट मिलता है। ऐसे में बेहतर होगा कि अलग-अलग चार्जिंग और कनेक्टिविटी वाले Headphones ले। हालांकि इस समस्या को ब्लूटूथ स्पीकर से भी दूर किया जा सकता है।
माइक और साउंड
ईयरफोन खरीदने वक्त ध्यान रखें, कि उसमें इन-बिल्ट माइक दिया गया हो, जिससे आप म्यूजिक सुनते वक्त कॉल रिसीव कर पाएं। साथ ही Headphones या ईयरबड्स खरीदने से पहले उसकी साउट क्वॉलिटी टेस्ट करें। क्या वॉल्यूम बढ़ाने पर हेडफोन या ईयरबड्स की आवाज खराब आती है, ऐसा हो तो Headphones ना खरीदें। वहीं हमेशा ऐसे ईयरबड्स का चुनाव करें, जिनके इस्तेमाल के दौरान बाहर की आवाज कम से कम सुनाई दे।
क्या होते हैं ड्राइवर
ड्राइवर हेडफोन का सबसे अहम हिस्सा होता है। यही हेडफोन में साउंड प्रड्यूस करता है। वैसे तो कई अलग-अलग तरह के ड्राइवर्स होते हैं, लेकिन सभी में तीन चीजें चुम्बक, वॉयस कॉइल्स और डायफ्राम होते हैं। यह सारे कंपोनेंट्स डायफ्राम में कंपन पैदा करते हैं। ये कंपन ही साउंड वेब्स बनाते हैं, जिन्हें हमारे कान सुन पाते हैं। हेडफोन के स्पेसिफिकेशंस में आपको डायफ्राम का डायमीटर (व्यास) अक्सर देखने को मिलता है। इसके डायमीटर को मिलीमीटर mm में मापा जाता है। साथ ही जितना बड़ा ड्राइवर होगा, हेडफोन की क्वालिटी भी उतनी ही बेहतर होगी। ऐसे में हमेशा बड़े साइज ड्राइवर वाले हेडफोन खरीदें।