यूपी के हाथरस में कथित गैंगरेप पीड़िता से राजनीतिक दलों और संगठनों के नेताओं के मिलने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के बाद SP और अन्य दलों के नेता भी पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में Bhim Army के प्रमुख Chandrashekher Azad भी आज पीड़िता के परिवार से मिले और सरकार से उन्हें सुरक्षा देने की मांग की। आजाद ने परिवार से मुलाकात के बाद कहा कि पीड़िता के घरवाले यहां पर सुरक्षित नहीं हैं, इसलिए उन्हें तत्काल Y सिक्योरिटी मुहैया कराई जाए। Chandrashekher Azad ने पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से कराने की मांग भी की।
इससे पहले आज पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष Jayant Chaudhary और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। जिला प्रशासन ने पीड़िता के घर जाकर प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं होने के आदेश का हवाला देते हुए दोनों दलों के नेताओं और उनके समर्थकों पर लाठीचार्ज किया। प्रशासन ने इस कार्रवाई के पीछे यह दलील भी दी कि कोविड-19 महामारी की वजह से जिले में धारा 144 लागू है। इसके अलावा कानून व्यवस्था के मौजूदा हालात को देखते हुए भी यह निर्णय लिया गया है कि राजनेताओं को सीमित संख्या के साथ ही पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति दी जाएगी।
हाथरस में बड़ी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। रविवार को समाजवादी पार्टी और रालोद के कार्यकर्ता वहां प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे। जयंत चौधरी को उनके 5 अन्य समर्थकों के साथ पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति दी गई थी। इसी बीच दोनों दलों के कार्यकर्ता उग्र हो उठे। पुलिस का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद लाठीचार्ज हुआ। लाठीचार्ज के दौरान रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी पुलिस की कार्रवाई के शिकार हो गए।