पाकिस्तान में क्या हाफिज सईद को पीएम बनाने की तैयारी? लश्कर-ए-तैयबा का नया राजनीतिक चेहरा है PMML

पाकिस्तान में PMML लश्कर ए तैयबा का नया राजनीतिक चेहरा है. इसी साल मई माह से ये सक्रिय है. इस नई पार्टी के नाम पर LAT ने मिल्ली मुस्लिम लीग नाम छिपाने की कोशिश की है, जिस पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा रखा है. माना जा रहा है कि ये पूरा एजेंडा हाफिज सईद को पीएम बनाने के लिए रचा गया है.

पाकिस्तान में एक बार फिर कश्मीर के एजेंडे को जिंदा करने की कोशिश शुरू हो गई है. पाकिस्तान का मतलब क्या… कश्मीर बनेगा पाकिस्तान… कश्मीरियों से रिश्ता क्या? ला इलाहा इ लल्लाह…? के नारे गूंज रहे हैं. ये वही नारे हैं जिनका सीधा नाता 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से नाता रहा है. लश्कर-ए- तैयबा के चीफ हाफिज सईद के जेल जाते ही ये नारे बंद हुए थे, लेकिन अब हाफिज सईद के बेटे तल्हा सईद इन नारों को जिंदा करने की कोशिश में जुटा है.

पाकिस्तान में मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद को पीएम बनाने की तैयारी की जा रही है. हाफिज के गुर्गों ने एक नई पॉलिटिकल पार्टी बनाई है. इसका नाम पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग यानी PMML है. इसके पोस्टर और बैनर पिछले नौ माह से कराची में लगे हैं. इसकी शुरुआत हुई थी महंगाई के विरोध में, लेकिन अब ये पाक राजनीति में नया दावेदार बनती जा रही है.

मई से एक्टिव है PMML

पाकिस्तान में PMML मई से एक्टिव है. इसकी पहली सभा इसी साल 8 मई को इत्तिहास कांफ्रेंस के नाम से हुई थी. यह पार्टी लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा की राजनीतिक पहचान स्थापित करने के लिए बनाई गई है. इसीलिए मिल्ली मुस्लिम लीग का नाम बदलकर पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग रखा गया है. पार्टी ने बहुत ही सावधानी से पुरानी पहचान छिपाने की कोशिश की है.

इलेक्शन कमीशन से अनुमति नहीं मिलने के बाद मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) ने अल्लाहु अकबर तहरीक (एएटी) के मंच से 2018 का आम चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. इस पार्टी की तरफ से हाफिज सईद के बेटे हाफ़िज़ तल्हा सईद ने जमात-उद दावा नेता के गृह नगर सरगोधा से एनए-91 सीट से चुनाव लड़ा था. हाफिज सईद का दामाद खालिद वलीद पीपी-167 से उम्मीदवार बना था.

क्या है मिल्ली मुस्लिम लीग का बैकग्राउंड

FATF और दुनिया भर से पड़ रहे दबाव के बीच पाकिस्तान सरकार की कार्रवाई से बचने के लिए हाफिज सईद ने 2017 में MML यानी मिल्ली मुस्लिम लीग के गठन का ऐलान किया था. इसके बाद जमात उद दावा ने हाफिज सईद से जुड़े सैकड़ों मदरसों, अस्पतालों, एंबुलेंस सेवाओं के नेटवर्क को बंद कर दिया था. सरकार ने हाफिज सईद और सहयोगियों पर अवैध फंडिंग के आरोप लगाकर उसे सलाखों के पीछे डाला था. ये कदम एफएटीएफ के दबाव में उठाए गए थे, जिसने अवैध फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने में राज्य की विफलता के आरोपों के तहत पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट कर दिया था.

इसके बाद जमात उत दावा से 2017 में निर्वाचन क्षेत्र एनए-120 के उपचुनाव के लिए एक उम्मीदवार खड़ा किया. मुहम्मद याकूब शेख ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. मिल्ली मुस्लिम लीग के अध्यक्ष सैफुल्लाह खालिद ने कहा कि वे शेख का समर्थन करेंगे. मुहम्मद याकूब शेख एक इंडिपेंडेंट कैंडिडेट के रूप में चुनाव लड़ रहा था क्योंकि उस समय एमएमएल अभी भी पार्टी पंजीकृत कराने की प्रक्रिया में थी. हाफिज सईद की पोलिटिकल पार्टी लांच करने की घोषणा नजरबंदी से रिहा होने के कुछ ही हफ्ते बाद की थी.

मिल्ली मुस्लिम लीग पर अमेरिका का प्रतिबंध

2 अप्रैल 2018 को अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट ने एमएमएल को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा घोषित करते होते प्रतिबंधित आतंकी सगठनो की लिस्ट में शामिल किया. डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के आदेश के बाद अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने एमएमएल के टॉप सात सदस्यों को लश्कर-ए-तैयबा की ओर से कार्य करने की वजह से नामित किया था जिसमें सैफुल्ला खालिद, मुजम्मिल इकबाल हाशिमी, मुहम्मद हैरिस डार, ताबिश कय्यूम, फैयाज अहमद, फैसल नदीम, और मुहम्मद एहसान शामिल थे

ऐसे हुआ PMML का जन्म

अब लश्कर ए तैयबा और आतंकी हाफिज सईद के सहयोगी यही चेहरे एक बार फिर से नए संगठन पाकिस्तान मरकजी मस्लिम लीग (पीएमएमएल) के नाम से पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है. इस संगठन में एमएमएल के शीर्ष नेता और अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी सैफुल्ला खालिद, मुजम्मिल इकबाल हाशिमी, मुहम्मद हैरिस डार, फैयाज अहमद, फैसल नदीम शामिल है. टीवी 9 भारतवर्ष के पास हाफिज सईद के इस नई पोलिटिकल पार्टी की पूरी कुंडली मौजूद है.

ये हैं PMML के आतंकी चेहरे

1- तल्हा सईद: 46 वर्षीय हाफिज तल्हा सईद खूंखार आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख नेता है और 26/11 मुंबई हमले का मास्टर माइंड हाफिज सईद का बेटा है. हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी चुनावी दौड़ में है. वह नेशनल असेंबली के निर्वाचन क्षेत्र NA-122 लाहौर से चुनाव लड़ रहा है. तल्हा सईद ने अपना नॉमिनेशन फाइल कर दिया है. 2018 में तल्हा सरगोधा (लाहौर से लगभग 200 किलोमीटर दूर) की एनए-91 सीट से अल्लाह-ओ-अकबर तहरीक बैनर के तहत चुनाव लड़ा था क्योंकि उस समय पाकिस्तान चुनाव आयोग ने एमएमएल को पंजीकरण से इनकार कर दिया है. उसे अमेरिका ने 2012 में आतंकी सूची में शामिल किया था.

2- खालिद नाइक उर्फ हाफिज खालिद वलीद : यह हाफिज का दामाद है जो एनए 127 से चुनाव लड़ रहा है. यह 2016 में हुए पम्पोर हमले का मास्टर माइंड रहा है. यह 2003 से आतंकी संगठन लश्कर की केंद्रीय सलाहकार समिति का सदस्य रहा और 2006 से समूह में विभिन्न नेतृत्व पदों पर काम किया. 2008 के मध्य से एलईटी का राजनीतिक ब्यूरो चलाने लगा. 2009 तक, वालिद ने हाफ़िज़ मुहम्मद सईद के निजी सहायक के रूप में कार्य किया.

3- सैफुल्ला खालिद : आतंक का एक और चेहरा है सैफुल्ला खालिद. हाफिज सईद का करीबी और उसके पुरानी पोलिटिकल पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग का अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद इस बार पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग से नेशनल असेंबली की कसूर सीट (पीपी 180) से नामांकन भरा है.

4- अहमद नदीम अवान : फैसल नदीम (नदीम) को लश्कर के लिए या उसकी ओर से कार्य करने के लिए अमेरिका द्वारा अप्रैल, 2018 में आतंकी नामित किया गया था. नदीम एमएमएल के प्रसारण और प्रकाशन सचिव के रूप में काम कर रहा था, साथ ही वह हैदराबाद में जमात उद दावा का प्रतिनिधि भी रहा.

5- हाफिज अब्दुल रऊफ : हाफिज अब्दुल रऊफ लश्कर ए तैयब्बा के मुखौटा के रूप में काम कर रहे चैरिटेबल संस्था फलाह ए इंसानियत का प्रमुख रहा है. यह संस्था चैरिटी के नाम कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान और अन्य मुस्लिम देशों से चंदा करता था. हालांकि अमेरिका ने 2010 में आतंकी घोषित करते हुए प्रतिबंध लगा दिया था. मुंबई पर हुए नवंबर 2008 के हमलों के बाद 2009 के मध्य तक LET को अंतर्राष्ट्रीय दबाव से बचाने और धन जुटाने के लिए FIF नाम क उपयोग कर रहा था. अब्दुल रउफ सीधे हाफिज सईद क संपर्क में रह कर उसके निर्देशों पर काम कर रहा था.

6- कारी मुहम्मद याकूब शेख : घोषित आतंकी कारी मुहम्मद याकूब शेख पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग पार्टी के बैनर तले नेशनल असेंबली संख्या-126 से चुनाव लड़ रहा है. याकूब का इस सीट से चुनावी अभियान भी जारी है. अगस्त 30, 2012 को अमेरिका ने याकूब शेख को आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के टॉप लीडरशिप में होने की वजह से प्रतिबन्ध लगाया था.

7- मुहम्मद हारिस डार : अमेरिका द्वारा घोषित आतंकी मुहम्मद हारिस डार पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) का वर्तमान महासचिव है और चैरिटी की आड़ में अपनी पार्टी के लिए चुनाव कर रहा है. मुहम्मद हैरिस डार को लश्कर के लिए या उसकी ओर से कार्य करने के लिए अमेरिका द्वारा आतंकी नामित किया गया है.

8- मुज़म्मिल इक़बाल हाशिमी: 2018 के नेशनल असेंबली चुनाव के समय मुजम्मिल इकबाल हाशिमी को मिल्ली मुस्लिम लीग ने एनए-242 में मैदान में उतारा था. हाशिमी की गिनती वर्तमान में पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के शीर्ष नेताओं में की जाती है. आगामी चुनाव के लिए चुनावी अभियान में शामिल हो रहा है.

9- फय्याज अहमद : लश्कर ए तैयबा से जुड़े होने की वजह से 2 अप्रैल, 2018 को जारी सूची में अमेरिका ने फय्याज अहमद को आतंकी घोषित किया. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली सीट संख्या 101 से चुनाव लड़ने की तैयारी और प्रचार कर रहा है. इन आतकियों के एजेंडे में कश्मीर है, इसकी पुष्टि पीएमएमएल द्वारा 6 फरवरी, 2023 को फैसलाबाद में आयोजित कश्मीर एकजुटता सम्मेलन से भी होता है जिसमें शेख फैयाज अहमद ने भाषण दिया.

10- खालिद मसूद संधू : कराची के मशहूर वकील खालिद मसूद संधू पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग का अध्यक्ष है. वह, NA-130 से उम्मीदवार हैं. हालांकि इसका हाफिज सईद और लश्कर ए तैयबा से जुड़े होने का कोई सबूत सामने नहीं आया है, जो कि पार्टी को बदनामी से बचाने और चनाव आयोग में रजिस्ट्रशन के समय दिक्कत से बचाने के लिए एक रणनीति का हिस्सा हो सकता है.

11- उज्मा गुल : उज्मा गुल आईएसआई के पूर्व चीफ हामिद गुल की बेटी है और पीएमएमएल के महिला विंग की उपाध्यक्ष हैं. पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हामिद गुल को अफगानिस्तान में सोवियत युद्ध के दौरान कट्टरपंथी सुन्नी मिलिशिया तालिबान बनाने का श्रेय दिया जाता है और जिसने हाफिज सईद के साथ मिलकर “भारत को टुकड़ों में तोड़ने” की धमकी दी थी.

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