जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने आमलोगों से बाढ़ से संबंधित सही सूचना देने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यह समय राजनीति करने का नहीं है। सही सूचना पर विभाग के इंजीनियर घटनास्थल पर पहुंचकर त्वरित कार्रवाई कर रहे हैं। वे 24 घंटे अलर्ट पर हैं। इससे लोगों की जान-माल की सुरक्षा हो सकेगी। CM नीतीश कुमार ने भी शनिवार शाम ज्यादा बारिश और पानी आने की आशंका वाली जगहों से लोगों को शिफ्ट कराने की तैयारी रखने का निर्देश दिया है।
CM नीतीश कुमार के निर्देश पर सुपौल, मधुबनी, मोतिहारी आदि में लोगों को शिफ्ट किया गया। कम्युनिटी किचन शुरू किया गया। यह बातें उन्होंने रविवार को ‘बिहार में बाढ़ से सुरक्षा के प्रयास और जनसहभागिता का महत्व’ विषय पर रविवार को फेसबुक पर लाइव होकर संडे संवाद के दौरान कहीं। इस दौरान करीब 6000 लोग जुड़े थे।
संवाद के दौरान कई लोगों ने कोसी और कमला नदी के बांधों पर ध्यान देने की बात कही। कुछ लोगों ने बाढ़ के स्थायी समाधान का सुझाव दिया। मंत्री संजय झा ने कहा कि भारत-नेपाल के बीच संधि है, लेकिन नेपाल से सहयोग नहीं मिलने से स्थायी समाधान की दिशा में काम नहीं हो सका है। इसे लेकर प्रयास जारी है। उन्होंने आमलोगों से कहा कि किसी नदी के बांध को यदि खतरा दिखे तो विभाग के टॉल फ्री नंबर 18003456145 पर या ट्विटर पर #HelloWRD पर सूचना दें। किसी के भेजे हुए फोटो और सूचना को परखे बिना उसे नहीं भेजें। हमने अच्छी मुहिम शुरू की है। नदियों पर बने बांध लंबे-लंबे हैं। ऐसे में बांधों पर खतरे के संबंध में गलत जानकारी देने पर इंजीनियर जब स्थल निरीक्षण पर जाते हैं, तो वहां उनका समय बर्बाद होता है। जनभागीदारी से बाढ़ के समय में सभी लोगों को सुरक्षित कर पायेंगे।
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि 14-15 जनवरी के बाद बाढ़ पूर्व सुरक्षा का काम शुरू हुआ। मार्च में लॉकडाउन हो गया। उस समय बाढ़ पूर्व तैयारी अपने चरम पर थी। तेजी से काम हो रहे थे। करीब 389 बाढ़ निरोधक काम चल रहा था। बहुत सारा मैटिरियल बाहर की फैक्टरी से आता है। लॉकडाउन की वजह से सभी जगह ट्रकों का आना-जाना बंद हो गया था। यह काम समय पर पूरा करना जरूरी था। जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने हरियाणा, दिल्ली, छत्तीसगढ़ आदि जगहों पर बंद फैक्टरी को खुलवा कर वहां से बाढ़ पूर्व तैयारी करने के सामानों को मंगवाया।