दुनिया में हर व्यक्ति थोड़ी-बहुत तो राजनीति करता ही है। कुछ राजनीति को पेशा बना लेते हैं तो कुछ पेशे में राजनीति कर लेते हैं। लेकिन गूगल में काम करने वाले अब ऐसा नहीं कर पाएंगे। गूगल ने अपने कर्मचारियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक गूगल में काम करने वाले कर्मचारी न तो राजनीति पर चर्चा कर सकते हैं और न ही ताजा खबरों पर बहस। एक ब्लॉग में गूगल ने अपनी नई गाइडलाइन के बारे में जानकारी दी है।
काम करें राजनीतिक चर्चा नहीं
गूगल ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि हमें जिस काम को करने के लिए नियुक्त किया गया है हमें वही करना चाहिए। बेकार की बातों में समय न गंवाया जाए। इसका मतलब है कि ऑफिस में काम करें राजनीति के बारे में चर्चा नहीं। ब्लॉग में कहा गया है कि गूगल में काम करने के मौके साथ-साथ चुनौतियां भी आती हैं। लोग हम पर गुणवत्तापूर्ण और सटीक सूचना के लिए भरोसा करते हैं। इसलिए हमें भी उनके विश्वास का सम्मान करते हुए हमारे उत्पादों और सेवाओं की अखंडता बनाए रखनी चाहिए।
ट्रोलिंग से रहें दूर
गूगल ने कहा कि जो आप कहते हैं वो मायने रखता है। आपके शब्दों के प्रति आपकी जिम्मेदारी बनती है। इसके साथ ही ब्लॉग में कर्मियों को ट्रोलिंग करने से भी मना किया गया है। गूगल ने कहा कि न तो किसी की ट्रोलिंग करें और न ही किसी ऐसे विज्ञापन का हिस्सा बनें जिसमें किसी व्यक्ति पर निशाना साधा गया हो।
कंपनी के बारे में भ्रामक जानकारी न दें
इनके साथ ही गूगल ने कर्मचारियों को कंपनी के बारे में गलत और भ्रामक जानकारी देने से भी मना किया है। गूगल ने कहा है कि ये मत सोचें कि आपको सारी कहानी पता है और आपको बिजनेस और कंपनी से जुड़ी गलत सूचना को लोगों के साथ साझा करने लगें। बता दें, कंपनी की ये गाइडलाइन एक पूर्व सॉफ्टफेयर इंजीनियर के उस दावे के बाद आई है जिसमें उसने गूगल पर राजनीतिक भेदभाव करने का आरोप लगाया था।