Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार के पास अब केवल एक विकल्प बचा है’, भाजपा के दिग्गज सांसद के बयान से गरमाई सियासत

Bihar News दिल्ली में हुई जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। गिरिराज सिंह से लेकर सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। गिरिराज सिंह ने बताया कि नीतीश कुमार के पास केवल एक विकल्प बचा है। वहीं उन्होंने तेजस्वी यादव और लालू यादव को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ज्यादा दिन के सीएम नहीं हैं।

केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने शुक्रवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पद पर नहीं रह पाएंगे और दावा किया कि उनके (कुमार) सामने केवल एक ही विकल्प बचा है। वह विकल्प यह है कि राजद प्रमुख लालू यादव के बेटे और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सामने खुद को आत्मसमर्पण कर दें या नहीं तो उन्हें आगे प्रमोट करें। इसके अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है।

नीतीश कुछ ही दिनों के मेहमान, लालू फूट डालने में माहिर

गिरिराज सिंह ने कहा कि इतना तो तय है कि वह कुछ दिनों के लिए बिहार के सीएम हैं। ज्यादा दिन के लिए उनकी कुर्सी नहीं बची अब उनके पास केवल एक ही विकल्प है- लालू यादव के सामने आत्मसमर्पण करना और तेजस्वी यादव को नया सीएम बनने देना, अन्यथा लालू यादव पार्टियों में फूट डालने और अपनी सरकार बनाने में माहिर हैं।

नीतीश के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद: गिरिराज सिंह

हालांकि, इस चर्चा के बीच नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में लौटने पर मंत्री ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री के लिए भाजपा के सभी दरवाजे बंद हैं। इसमें कौन सी बड़ी बात है? नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पहले भी पार्टी अध्यक्षों को बर्खास्त किया है… भाजपा के दरवाजे नीतीश कुमार के लिए बंद हैं।

तेरे अंगने में मेरा क्या काम है: गिरिराज सिंह

गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार के जेडीयू के अध्यक्ष बनने पर कहा कि इससे हमें क्या लेना है। तेरे अंगने में मेरा क्या काम है। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के सारे दरवाजे बंद हैं।

नीतीश कुमार के लिए बड़ा सवाल यह है कि वे अपनी विरासत किसे सौंपना चाहते हैं। बीजेपी को या राजद को? लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने के लिए आतुर दिख रहे हैं। यही वजह है कि वह इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार के लिए सम्मानित जगह की मांग कर रहे हैं, जिसके बाद वह उनपर दबाव बना सकें। आरजेडी के पास इंतजार के अलावा एक ही रास्ता है कि जेडीयू को तोड़ने में सफलता हासिल करे। हालांकि, नीतीश कुमार ने बार-बार यह साबित किया है कि यह मुश्किल है।

हालांकि, नीतीश कुमार के लिए उनकी उम्र भी अब बड़ा फैक्टर बन गया है। हालांकि नवीन पटनायक और पिनयारी विजयन जैसे उनसे वरिष्ठ नेता अभी भी मुख्यमंत्री बने हुए हैं।

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