नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में महागठबंधन की नई सरकार में पांच विधायकों पर एक मंत्री का फार्मूला तय किया गया है। इस हिसाब से जदयू कोटे से मुख्यमंत्री पद के अलावा 8 मंत्री का शामिल हो सकते हैं। सबसे बड़ी भागीदारी राजद की होगी। उसके करीब 15 मंत्री बनाए जा सकते हैं। भाजपा (BJP) कोटे के अधिकतर विभाग राजद के खाते में जा सकते हैं। हालांकि स्पीकर को लेकर अभी स्पष्ट नहीं है। इस पर जदयू और राजद दोनों की दावेदारी है। राजद की ओर से अवध बिहारी चौधरी दावेदार हैं, किंतु नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पसंद विजय कुमार चौधरी हैं। वह पहले भी महागठबंधन की सरकार में स्पीकर रह चुके हैं। नई सरकार में राजद की ओर से सभी वर्गों का ध्यान रखे जाने का फार्मूला तय है। सवर्णों को भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। कांग्रेस कोटे से मदन मोहन झा, अजित शर्मा एवं शकील अहमद खान का नाम चल रहा है।
राजद की ओर से जिन नामों की चर्चा चल रही है, उसमें आलोक मेहता सबसे ऊपर हैं। वैश्य कोटे से रणविजय साहू को प्राथमिकता दी जा सकती है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर की लाटरी भी लग सकती है। हालांकि राजपूत कोटे सुधाकर मंत्री बनेंगे। हालांकि राबड़ी के करीबी होने के कारण सुनील सिंह भी प्रबल दावेदार हैं। भाकपा माले से महबूब आलम का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। माले के खाते में 2 मंत्री पद आएंगे। भाकपा और माकपा को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है।