आज से शुरू हो रहा बड़ा मंगल, जानिए इतिहास और महत्व

राम भक्त हनुमान को भगवान शिव का 11वां अवतार माना जाता है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि कलियुग में भी बजरंगबली एकमात्र ऐसे अवतार हैं जो धरती पर मौजूद हैं। किसी भी मुश्किल में याद करने पर वह अपने भक्त की जरूर रक्षा करते हैं। आज ज्येष्ठ माह में पड़ने वाला पहला बड़ा मंगल है। आज के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना होती है। आपको बता दें लॉकडाउन के चलते पहली बार बड़े मंगल पर सभी मंदिरों में सन्नाटा पसरा हुआ है कंही मेले का आयोजन भी नहीं हुआ है। ऐसा लगभग 250 सालों में पहली बार हुआ है।


ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान हनुमान की पूजा करने से हमारे जीवन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और धन और समृद्धि आती है। ज्येष्ठ के महीने में 4-5 बड़ा मंगल आते हैं। इस दिन हनुमान मंदिरों में काफी रौनक होती है। लोग बड़े-बड़े आयोजन और अनुष्ठान करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते देश में लॉकडाउन है। सभी धार्मिक स्थल बंद होने के कारण बड़ा मंगलवार की रौनक थोड़ा फीकी ही रहेगी।

‘बड़ा मंगल’ के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। इतिहासकारों के अनुसार, अलीगंज में हनुमान मंदिर का निर्माण नवाब सआदत अली खान ने 1798 में करवाया था, जब उनकी मां आलिया बेगम की मन्‍नत पूरी हुई और नवाब को पुत्र रत्‍न की प्राप्ति हुई थी। आलिया बेगम ने मंदिर बनाने पर जोर दिया और नवाब ने अनुपालन किया। अवध के आखिरी नवाब वाजिद अली शाह ने हनुमान भक्तों के लिए सामुदायिक भोज आयोजित करके परंपरा को जारी रखा। अलीगंज मंदिर में गुंबद पर एक सितारा और एक अर्धचंद्र है और ‘बड़ा मंगल’ उत्सव हिंदू-मुस्लिम एकता का एक आदर्श उदाहरण है। लखनऊ में 9,000 से अधिक बड़े और छोटे हनुमान मंदिर हैं, जो आधी रात को अपने दरवाजे खोलते हैं और भक्त पूरे दिन पूजा अर्चना करते रहते हैं।

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