Sariska Tiger Reserve Fire: राजस्थान (Rajasthan) में अलवर जिले के सरिस्का टाइगर रिजर्व (Sariska Tiger Reserve) में लगी आग के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से टेलीफोन पर बात की है। मोदी ने सरिस्का में आग लगने की स्थिति पर चिंता जताते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। सोमवार शाम को लगी आग पर बुधवार को तीसरे दिन भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। हालांकि हवा की रफ्तार धीमी होने के कारण सरकार को उम्मीद है कि शीघ्र ही आग पर काबू पा लिया जाएगा। बुधवार को लगातार दूसरे दिन सेना के दो हेलीकाप्टरों ने सिलीसेढ़ झील से पानी के छिड़काव का सिलसिला जारी रखा। उधर, प्रारंभिक जांच के बाद उप वन संरक्षक आरएन मीणा को पद से हटा दिया है। दरअसल, मंगलवार देर रात एक वीडियो वायरल हुआ और फिर कुछ वनकर्मियों ने उच्च अधिकारियों को बताया कि आग लगने के तुरंत बाद मीणा को वायरलेस और मोबाइल पर सूचना दी गई थी, लेकिन उन्होंने आग को नियंत्रित करने के लिए पानी का प्रबंध करने के स्थान पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजली तेंदुलकर को सरिस्का की सैर करवाई। खुद मीणा ने खुद जिप्सी चलाई और उनके पास वाली सीट पर अंजली बैठी थी। राज्य की वन सचिव श्रेया गुहा ने बुधवार को सरिस्का पहुंचकर हालात का जायजा लिया और शीघ्र आग पर काबू पाने की उम्मीद जताई है। आग के कारण जंगल का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
मीणा की सफाई
मीणा ने कहा कि आग बुझाने के जरूरी इंतजाम के निर्देश दे दिए गए थे। उन्होंने कहा कि आग लगने पर अफसर जंगल में नहीं जाते हैं। रेंजर्स को भेजा गया था। ट्रैक्टर-ट्राली से पानी भेजा गया था। अंजलि को प्रोटोकाल के तहत सेवाएं दी थी।
जानवरों के आबादी क्षेत्र में पहुंचने की आशंका
सरिस्का टाइगर रिजर्व (Sariska Tiger Reserve) में लगी आग 22 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैल गई है। हेलीकाप्टर के साथ ही ट्रैक्टर व ट्राली से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। 200 वनकर्मी आग बुझाने में जुटे हैं। सुरक्षा के लिहाज से जंगल के पास बसे चार गांवों के कुछ परिवारों को मंगलवार को ही दूसरी जगह भेज दिया गया था। वन अधिकारी सुदर्शन शर्मा का कहना है कि सरिस्का के अकबरपुर रेंज में जहां आग लगी है। वहां बाघों की नर्सरी है। यही सबसे ज्यादा खतरा है। यहां बाघिन एसटी-17 और उसके दो शावक रहते हैं। रविवार शाम का रिजर्व के बालेटा पृथ्वीपुरा नाका स्थित पहाड़ियों में आग लगी थी, जिस पर देर रात तक काफी हद तक काबू पा लिया गया था। उसके बाद सोमवार को फिर आग फैली। सूखे पेड़ और झाड़ियां होने के कारण आग तेजी से फैल गई। आग का फैलाव रिजर्व के नारंडी, रोटक्याला, बहेड़ी और अकबरपुर तक हो गया है। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं लग सका है। आग के कारण जंगली जानवरों के आबादी क्षेत्र में आने की आशंका बढ़ी है। ऐसे में वनकर्मियों के साथ पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है।