इस रिपोर्ट में डेनमार्क को दूसरा, स्विज़रलैंड को तीसरा, आइसलैंड को चौथा और नीदरलैंड्स को पांचवा स्थान मिला है। शीर्ष 10 देशों में न्यूज़ीलैंड एकमात्र गैर-यूरोपीय देश है जिसे इस रिपोर्ट में जगह मिली है। ब्रिटेन 13वें पायदान से गिरकर 17वें स्थान पर पहुंच गया है।
इस रिपोर्ट में दुनिया के 149 देशों के लोगों का सर्वे किया गया था और उनसे अपनी ख़ुशी की रेटिंग बताने के लिए कहा गया था। रेटिंग के लिए सामाजिक जीवन, निजी आज़ादी, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) और भ्रष्टाचार का स्तर जैसे कारकों को शामिल किया गया था।
इस सूची में अफ़ग़ानिस्तान को दुनिया का सबसे कम ख़ुश देश पाया गया है, जिसके बाद लेसोथो, बोत्सवाना, रवांडा और ज़िम्बाब्वे का नंबर है। रिपोर्ट में पाया गया है कि सर्वे में शामिल एक तिहाई से अधिक देशों में कोरोना महामारी की वजह से नकारात्मक भावनाएं बढ़ी हैं। फिनलैंड के लोग और ज़्यादा ख़ुश नहीं होना चाहते इस देश के लोग।