26 जनवरी (26 January) को किसान ट्रैक्टर परेड (Kisan Tractor Parade) निकाले जाने के दौरान दिल्ली (Delhi) में मचे बवाल और हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन अब बेहद सख्त रुख अपना रहा है। करीब 37 किसान नेताओं पर FIR होने अब कई को लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद अब किसान आंदोलन (Kisan Andolan) हल्का पड़ता जा रहा है। गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर करीब 2 महीने से बैठे किसान पुलिस-प्रशासन के सख्त रुख के बाद वहां से वापस जाने लगे हैं। वहीं, यहां किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) से भी प्रशासन की कई दौर की वार्ता हो चुकी है। हालांकि रिपोर्ट्स आ रही थीं कि राकेश टिकैत पुलिस के सामने सरेंडर करने वाले हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह सरेंडर नहीं करेंगे। फिलहाल यहां हलचल तेज है. सड़क के दोनों ओर भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद हैं। आला अफसर अभी टिकैत और अन्य नेताओं से बात करने पहुंचे हैं।
राकेश टिकैत ने रोते हुए मीडिया से कहा कि मेरे किसान को मारने की कोशिश की जा रही है। मैं यहां से खाली नहीं करूंगा। हमें मारने की साजिश की जा रही है। ये वैचारिक लड़ाई है। किसानों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कानून वापस नहीं हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी DM और SSP को आदेश दिया है कि वे राज्य में सभी किसान आंदोलन समाप्त करें। उधर, सिंघु बॉर्डर पर भी भारी संख्या में पुलिस एवं सुरक्षाबल तैनात किया गया है। ताजा जानकारी के अनुसार, यहां दोनों तरह से पैदल आने-जाने तक रास्ता भी बंद किया गया है।
गाजीपुर बॉर्डर पर सुबह फ्लैग मार्च के बाद ही स्प्ष्ट हो गया था कि यहां सुरक्षाबल कार्रवाई की तैयारी में हैं। उधर, दिल्ली पुलिस द्वारा अन्य नेताओं के साथ राकेश टिकैत पर FIR दर्ज करने के बाद लुक आउट नोटिस जारी होने के बाद यहां मौजूद नेतृत्व हल्का पड़ने को तैयार नहीं। टिकैत ने कहा है कि हम सरेंडर नहीं करेंगे। राकेश टिकैत ने मंच से घोषणा की है कि हम मंच से नहीं हटेंगे और कोई भी गिरफ्तारी नहीं देगा। धरना/आंदोलन चलता रहेगा। राकेश टिकैत के भाई और BKU नेता नरेश टिकैत ने भी कहा है कि हम दिल्ली में हुई हिंसा के सख्त खिलाफ हैं। इस मामले की जांच होनी चाहिए।
जानकारी मिली है कि गाजियाबाद प्रशासन की तरफ से यूपी गेट धरना स्थल को खाली करने के लिए किसानों को अल्टीमेटम दे दिया गया है और धरना स्थल आज ही खाली हो सकता है। जिला प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद है। जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं। प्रशासन की तरफ से धरना स्थल को खाली कराने की पूरी तैयारी रखी गई है।
खबर लिखे जाने तक गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस सुरक्षा बल तैनात है और ADM सहित पुलिस के आला अधिकारी राकेश टिकैत से बात करने पहुंचे हैं। यहां अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें राकेश टिकैत से वार्ता करने आए हैं और बातचीत के बाद उनके एवं प्रशासन के रुख को लेकर आपको सूचित कर दिया जाएगा।
उधर, गाजीपुर बॉर्डर पर मंच से लगातार नेताओं का भाषण चल रहा है। यहां अच्छी खासी तादाद में किसान अभी भी मौजूद हैं, लेकिन अब संख्याबल उतना नहीं है, जितना 26 तारीख तक था। किसानों के रहने के लिए लगाए गए बड़े-बड़े टैंट अब खाली पड़े हैं। कार्रवाई के डर से किसान लगातार अपना सामान बांधकर वापस जा रहे हैं। बड़ी संख्या में अब किसान यहां से वापस जा चुके हैं।