भारत की सभ्यता कितनी पुरानी है और इसके इतिहास में कितने रहस्य छिपे हैं इसका सटीक उत्तर आज तक कोई नहीं दे पाया है। भारत की प्राचीन सभ्यता कितनी उन्नत और विकसित थी इसका अंदाजा आप अजंता एलोरा की गुफाओं समेत कई प्राचीन मंदिरों को देखकर लगा सकते हैं। प्राचीन वास्तुकला शिल्पकाल और मुर्तीकला की भव्यता ने विदेशी ऑर्क्योलॉजिस्ट और शोधकर्ताओं को चकित कर दिया है। अब एक और खबर से सभी हैरत में हैं। बता दें इंग्लैंड के कोवेंट्री शहर में एक नदी की तलहटी में संस्कृत में लिखे क्यूब्स मिले हैं। क्यूब्स किसी रहस्यमय हिंदू प्रार्थना या अनुष्ठान से जुड़े हुए हैं। वहीं क्यूब्स पर कुछ तस्वीरें भी बनी हुई हैं। देखने में यह क्यूब्स इतने छोटे आकार के हैं कि इन्हें उंगलियों और अंगूठों के बीच आसानी से रखा जा सकता है. इनमें कुछ शिलालेख भी हैं जो बहुत अच्छे ढंग से तराशे गए हैं। इसके साथ ही कुछ शिलालेख भी मिले हैं कुछ आकृ़तियां और संख्या उभरी हुई हैं। नदी से मिले इन क्यूब्स की संख्या 60 के करीब बताई जा रही है। दरअसल मैग्नेट फिशिंग करने के दौरान 38 वर्षिय शख्स ने इन क्यूब्स को देखा। उनके मुताबिक ये क्यूब्स दक्षिण कोवेंट्री की सोवे नदी में कूड़े के नीचे बिखरे पड़े थे।
क्यूब्स की खोज करने वाले विल ने बताया कि वो लॉकडाउन में अपने बच्चों के साथ नदी की तरफ निकले थे। तभी उन्हें ये क्यूब्स मिले। इसके साथ ही उन्हें कुछ चाबियां और सिक्के भी मिले हैं। हैरानी की बात ये है कि इतनी बड़ी संख्या में संस्कृत में लेखे क्यूब्स इंग्लैंड के कोवेंट्री शहर की एक नदी की तलहटी में पहुंचे कैसे। फिलहाल इन सभी क्यूब्स को सरकार को सौप दिया गया है।