विश्व में कोरोना महामारी के दौरान अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से विदेश में फंसे भारतीयों की देश वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। जहां पहले एयर इंडिया की विशेष विमान के जरिए UAE से भारतीयों को वापस लाया गया था वहीं अब खबर है कि भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ‘समुद्र-सेतु’ लांच कर दिया है। इस ऑपरेशन के पहले चरण के तहत नौसेना के दो बड़े युद्धपोत आईएनएय जलाश्व 692 भारतीयों को लेकर मालद्वीप की राजधानी माले से केरल के कोच्चि के लिए रवाना हो चुका है। बता दें इसमें 595 पुरूष,103 महिलाएं समेत 14 बच्चे भी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, समुद्र सेतु ऑपरेशन के पहले चरण के लिए मालद्वीप से भारतीयों को लाने के लिए नौसेना ने अपने दो बड़े युद्धपोत, आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर को मालद्वीप की राजधानी माले भेजा था। पहले युद्धपोत आईएनएस जलाश्व करीब 900 किलोमीटर की दूरी तय करके रविवार को भारत पहुंचेगा।
आपको बता दें माले स्थित भारतीय हाई कमीशन की देखरेख में इन भारतीयों की वापस भेजा रहा है और इसके तहत पहले चरण में करीब दो हजार भारतीय वापस लाए जाएंगे। वहीं हर भारतीय को इसके लिए 40 डॉलर किराए के तौर पर हाई कमीशन को देने होंगे। इसके साथ ही सभी की रवानगी से पहले जरूरी मेडिकल स्क्रीनिंग होने के बाद ही यात्रा की इजाजत मिलेगी। साथ ही रक्षा मंत्रालय ने कोच्ची सहित चेन्नई, विशाखापट्टनम, भोपाल, जैसलमेर और जोधपुर में क्वारंटीन सेंटर बनाए हैं, जहां लौटे सभी यात्रियों को करीब 14 दिनों तक कहना अनिवार्य होगा। वहींं नौसेना का कहना है कि ये मिशन बहुत खास है। दोनों ही युद्धपोत में क्रू और लोगों के लिए जरूरी राशन और दूसरा सामान मौजूद है। दोनों ही युद्धपोत में स्वास्थय-सुविधाएं मौजूद है और सोशल-डिस्टेंशिंग सहित कोरोना वायरस से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक आने वाले दिनों में भारतीय नौसेना के और युद्धपोत खाड़ी और दक्षिण एशियाई देश रवाना हो सकते हैं ताकि वहां से भी फंसे हुए भारतीयों को लेकर स्वदेश लौटा जा सके।