पांच फरवरी का दिन उत्तर प्रदेश के साथ ही पूरे देश के राजनीतिक व सामाजिक लिहाज से काफी अहम हो गया है। एक तरफ लोकसभा में कार्यवाही के दौरान PM मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट की रूपरेखा का ऐलान किया, मंदिर निर्माण के बनने वाले ट्रस्ट का नाम ’श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ होगा। इसमें 15 सदस्य होंगे। ट्रस्ट में किसी राजनीतिक हस्ती को जगह नहीं मिलेगी। साथ ट्रस्ट में एक दलित को भी शामिल किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर योगी सरकार ने SC के आदेश के क्रम में अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन देने का भी प्रस्ताव पास कर दिया। पांच फरवरी को ही यूपी में पहली बार एशिया का सबसे बड़ा डिफेंस एक्सपो भी शुरू हो रहा है। जिसका उद्घाटन खुद PM मोदी ने किया। योगी कैबिनेट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन अयोध्या के रौनाही में देने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। बुधवार को हुई योगी कैबिनेट की बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा,
डिप्टी CM ने कहा कि यह श्रीराम जी के भक्तों की जीत है। SC के फैसले के अनुपालन में शुरू की गई प्रक्रिया है। श्री मौर्य ने कहा कि भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में बनने वाला श्री रामजी का भव्य और दिव्य मंदिर पूरी दुनिया के लिए मिसाल होगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में राम जन्म भूमि आंदोलन के दौरान सबसे अधिक सक्रिय रहने वालों BJP नेताओं में केशव प्रसाद मौर्या का नाम सबसे ऊपर आता है। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े मौर्य उस दौरान लंबे वक्त अयोध्या में सक्रिय रहे हैं।