राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली कोरोना का नया केंद्र बनता जा रहा है। तेजी से यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। दिल्ली में हालात मुंबई से भी बदतर होते जा रहें हैं। संक्रमित नए मरीजों की संख्या ने मुंबई को पीछे छोड़ दिल्ली आगे निकल गया है। बता दें दिल्ली में बीते 24 घंटों में 3788 नए मामले सामने आए और 64 मरीजों की मौत हुई। हांलाकि दिल्ली में मौत के आंकड़े मुंबई से काफी कम हैं। मुंबई में कोरोना से अब तक 3964 लोगों की मौत हुई है। वहीं, एक्टिव केस 26,588 बताए जा रहे हैं, जबकि होम आइसोलेशन में 14,844 लोग हैं। इन नए आंकड़ों के बाद अब दिल्ली में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 70,390 हो गई है। जबकि मुंबई में इस वक्त कोरोना के कुल के 69528 केस आए हैं। वहीं दिल्ली में कुल 41,437 मरीज कोरोना से ठीक भी हुए हैं।
वहीं इस कोरोना संकट काल में भी दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और केजरीवाल सरकार के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। जाहां बीते दिल्ली सरकार के उस आदेश को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि केवल दिल्ली वासियों का इलाज ही दिल्ली के सरकारी अस्पताल में किया जाएगा। वहीं अब मामला कोरोना के मरीजों के होम क्वारनटीन का है। बता दें दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बीते बुधवार को कहा कि एलजी साहब के आदेश की वजह से एंबुलेंस का सिस्टम दबाव में है। बसों में लोगों को बैठा कर ले जाना पड़ रहा है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि दिल्ली में अफरा-तफरी मच गई है। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाला व्यक्ति या तो घर रहना चाहता है या हॉस्पिटल जाना चाहता है, लेकिन एलजी साहब की आदेश की वजह से हर कोई घर ही रहना चाहता है। कोई हॉस्पिटल या क्वारनटीन सेंटर नहीं जाना चाहता।