दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल चल रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, भारत समेत दुनिया के कई देश इस समय अपनी-अपनी Coronavirus Vaccine का इंसानों पर परीक्षण कर रहे हैं। कोरोना वैक्सीन बनाने की जद्दोजहद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान दिया है। राष्ट्रपति TRUMP ने अपने एक बयान में इस साल तीन नवंबर तक Coronavirus Vaccine आने की उम्मीद जताई है।
TRUMP ने गुरुवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक कोरोना वायरस की वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी। उन्होंने साथ ही कहा कि कोरोना की वैक्सीन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव यानि 3 नवंबर तक बनकर तैयार हो सकती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनावों के दौरान Coronavirus Vaccine के आने से चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस मुहिम का लक्ष्य लोगों की जिंदगियां बचाना है।
गौरतलब है कि अमेरिका की जैव प्रौद्योगिकी कंपनी मॉडर्ना Coronavirus Vaccine बनाने की कोशिशों में जुटी हुई है। अमेरिका में फिलहाल मॉडर्ना की Coronavirus Vaccine का ट्रायल तीसरे चरण में पहुंच चुका है। पूर्व के मानव परीक्षणों में कई सौ लोगों पर इसको आजमाया जा चुका है। इसके चलते तीसरे चरण की प्रक्रिया में वैक्सीन से ज्यादा उम्मीदें बंध गई है। इस वैक्सीन पर TRUMP प्रशासन की नजरें भी टिकी हैं। TRUMP प्रशासन को इससे काफी उम्मीदें हैं।
चूहों पर कारगर रही कोरोना वैक्सीन
अमेरिका की जैव प्रौद्योगिकी कंपनी मॉडर्ना ने दावा किया है कि उनके द्वारा विकसित वैक्सीन चूहों की Corona संक्रमण से रक्षा करने में कामयाब रही है। नेचर नामक जर्नल में बुधवार को प्रकाशित एक अनुसंधान रिपोर्ट के अनुसार, एमआरएनए-1273 नामक टीके(वैक्सीन) ने चूहों में कोरोना वायरस को निष्क्रिय करने वाली एंटीबॉडीज उत्पन्न कर दीं।
चूहों को एक माइक्रोग्राम के दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन दिए गए थे। अतिरिक्त प्रयोग करने पर पाया गया कि चूहों को एमआरएनए-1273 का एक एमसीजी या 10 एमसीजी टीका देने पर फेफड़ों को संक्रमण से सुरक्षा मिली। इस अध्ययन में शामिल अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिजीज (एनआइएआइडी) के शोधकर्ताओं ने कहा कि इस टीके ने चूहों में मजबूत सीडी8 टी-कोशिका में प्रतिक्रिया भी पैदा की।