जहां एक ओर पूरे देश एकजुट होकर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार है, आज सभी जनता कर्फ्यू के मद्देनजर अपने-अपने घरों में रह कर कोरोना को हराने की इस मुहिम को सफल बनाने में लगे हैं ऐसे में राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन को प्रदर्शनकारी बंद करने के लिए तैयार नहीं हैं। वो अपनी मांग पर डटे हैं। प्रदर्शनकारियों में ही दो गुट बनते दिखाई दे रहे हैं। जहां एक गुट धरने को खत्म करना चाहता है तो दूसरा आज जनता कर्फ्यू के दौरान भी धरना जारी रखने की मांग पर अड़ा है। बीते शनिवार को साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के साथ मीटिंग कर समझाने की कोशिश भी की। लेकिन अभी तक शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों की ओर से कोई जानकारी दिल्ली पुलिस को साझा नहीं की गई कि उनका प्रदर्शन आज जारी रहेगा या खत्म कर दिया जाएगा।
वहीं, सोमवार को शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटाने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। दरअसल देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए वकील अमित साहनी और बीजेपी नेता नंद किशोर गर्ग ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर शाहीन बाग का प्रदर्शन जल्द खत्म करने के आदेश जारी करने की मांग की थी।
आपको बता दे याचिका में कहा गया है कि जब सुप्रीम कोर्ट से लेकर सभी अदालतों में कोरोना वायरस के प्रभाव से बचने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। स्कूल, कॉलेज, मॉल और सिनेमाघर सब बंद हैं। ऐसे में धरने-प्रदर्शन की कैसे इजाजत दी जा सकती है।