चीन के वुहान से निकाले कोरोना वायरस ने मौत का जो तांडव पूरे विश्व में मचा रखा है उससे विश्व के सभी देश कराह रहा है। इस वायरस ने छोटे बड़े, कमजोर ताकतवर सभी देशों को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसे में सभी चीन की ओर शंका भरी नजरों से देख रहे हैं क्योंकि माना जा रहा है कि ये वायरस चीन के लैब में तैयार किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति खुद कई बार अपने संबोधन में कोरोना वायरस को चीनी वायरस और वुहान वायरस बोल चुके हैं। वही कुछ वैज्ञानिकों का तो ये भी मानना है कि ये एक प्रकार का जैविक हथियार है। वहीं दूसरी विश्व स्वास्थ्य संगठन पर भी पक्षपात करने का अमेरिका समेत अन्य कई देशों ने आरोप लगाया था इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी आखिरकार ये मान लिया है कि कोरोना के फैलने में चीन की बड़ी भूमिका थी। WHO ने ये माना कि चीन की वुहान मार्केट कोरोना वायरस के प्रसार में एक बड़ी वजह बनी है। WHO के फूड सेफ्टी जूनॉटिक वायरस एक्सपर्ट डॉ. पीटर बेन ऐंबरेक ने जेनेवा में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि वुहान की वेट मार्केट ने कोविड-19 को फैलाने में अहम भूमिका निभाई है। इस पर जांच होनी चाहिए। कोरोना वायरस के फैलाव में चीन के वुहान शहर की भूमिका थी।
आपको बता दें शुरू से ही चीन के वुहान का वेट मार्केट को कोरोना वायरस का जनक माना जा रहा था। इस मार्केट को चीन ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए साल की शुरूआत में ही बंद करने का फैसला लिया था और वन्यजीवों के व्यापार और खपत पर अस्थाई प्रतिबंध भी लगा दिया था। वहीं अमेरिका लगातार इस बात को दोहरा रहा है कि चीन के पास सबूत हैं कि चीन के वुहान मार्केट से ही कोरोना वायरस फैला है।