कोरोना वायरस के इस संकट को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन जारी है। इसकी वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग फंस गए हैं। लेकिन ऐसे लोगों के लिए ही घरवापसी एक्सप्रेस ट्रेन की शुरूआत की गई है। राज्यों के अनुरोध पर रेलवे ने 6 विशेष ट्रेन चलाकर छात्रों और मजदूरों को घर भेजाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें पूरे 40 दिन के बाद रेलवे की पहली यात्री ट्रेन तेलंगाना के लिंगमपल्ली स्टेशन से चलकर रांची के हटिया स्टेशन पर पहुंची। रेलवे की घरवापसी एक्सप्रेस ट्रेन 1200 मजदूरों को लेकर झारखंड पहुंची। मजदूरों को ट्रेन से पूरे ऐहतियात के साथ निकाला गया। पहले एक-एक बोगी को खोला गया और उसमें से मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए निकले। इसके बाद सभी मजदूरों को तय बसों में बैठाकर रवाना किया गया। इसके बाद अब सभी मजदूरों की जिला मुख्यालय में जांच होगी जांट के बाद ही सभी को 14 दिन होम क्वॉरन्टीन में रहना होगा।
आपको बता दें तेलंगाना सरकार की अपील के बाद केंद्र सरकार ने ट्रायल के तौर पर इस स्पेशल ट्रेन को चलाया है। तेलंगाना की तरह ही अन्य राज्यों में फंसे मजदूर भी अपने घर जाना चाहते हैं। ऐसे में उनके लिए भी घर वापसी का रास्ता अब साफ हो गया है। ऐसे सभी 6 ट्रेनों में सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। ट्रेन की बोगी में 72 की जगह 56 लोगों को ही जगह दी जा रही है। जिससे ट्रेन में ज्यादा भीड़ ना होने पाए।
इसके साथ ही राजस्थान के कोटा से छात्रों को लेकर भी ट्रेन रांची के लिए रवाना हुई है। अलग अलग जिलों के अनुसार 30 बोगिया ही ट्रेन में लगाई गई है। इन तीस बोगियों में 1490 छात्रों को रांची के लिए रवाना किया गया है। इनमें भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
आपको बता दें रेल मंत्रालय की इस गाइडलाइन के मुताबिक जो 6 ट्रेन प्रयोग के तौर पर चलाई गई हैं उनमें पहली तेलंगाना से झारखंड के बीच ट्रेन चली है। वहीं दूसरी ट्रेन महाराष्ट्र के नासिक से यूपी के लखनऊ के लिए चलाई गई है। तीसरी ट्रेन नासिक से एमपी के भोपाल के लिए तो चौथी ट्रेन राजस्थान के जयपुर से बिहार के पटना के लिए। इसके साथ ही पांचवी ट्रेन राजस्थान के कोटा से झारखंड के रांची के लिए तो छठी और आखरी ट्रेन केरल के अलूवा से ओडिशा के भुवनेश्वर के बीच ट्रेन चलेगी जिसमें फंसे मजदूरों और छात्रों को उनके घर तक पहुंचाया जाएगा।