कोरोना का संकट इस वक्त पूरी दुनिया पर छाया है। ऐसे में जो भारतीय इस वक्त अमेरिका यूरोप समेत अलग अलग देशों में नौकरी कर रहे हैं उन पर नौकरी जाने का संकट खड़ा हो गया है। दरअसर विदेशों में पढ़ाई और नौकरी करने वाले भारतीयों के लिए कोरोना लॉकडाउन संकट बनकर खड़ा हो गया है। इसके साथ ही जो विद्यार्थी इस वक्त एफ-1 स्टूडेंट वीजा पर अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं वो भी यहां फंस गए हैं। सबसे ज्यादा परेशानी उन भारतीय परिवारों को हो रही है जिनकी नौकरी या तो जा चुकी है या कंपनी ने उन्हें अल्टीमेटम दे दिया है। अब ऐसे में कोरोना की वजह से जारी लॉकडाउन के कारण खड़ी हुई आर्थिक संकट की वजह से हजारों भारतीयों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं जिन लोगों की वीजा अवधी खत्म होने वाली है उन्हें भी भारत वापसी की चिंता है।
दरअसल यूनाइटेड स्टेट्स सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) के नियमों के मुताबिक वीजा विदेश मंत्रालय वीजा के मसले पर अमेरिका से बातचीत कर रहा है। भारत में कई ऐसे एनआरआई हैं, जो फंसे हुए. इनमें एच 1 बी और ग्रीन कार्ड धारक भी शामिल हैं। ऐसे लोग विदेश मंत्रालय, पीएमओ, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA में अधिकारियों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही दोनों देशों की सरकारे इस मुद्दे पर कोई फैसला लेंगी।
आपको बता दें इस वक्त सबसे ज्यादा कोरोना का कहर अमेरिका में ही बरपा है। अब तक अमेरिका में कुल11 लाख 31 हजार से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 65 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।