कोरोना संक्रमण ने देश ही नहीं बल्की पूरी दुनियां की अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया है। पिछले करीब 2 महीनों से देश की आर्थिक गतिविधि पर पूरी तरह से ब्रेक लगा हुआ है। जिससे करोड़ों लोगों के बेरोजगार होने का खतरा भी मंडराने लगा है। हालांकि लॉकडाउन पार्ट 3 में शर्तों के साथ कुछ खास उद्योगों में काम शुरू करे की इजाजत दे दी है वहीं माना जा रहा है कि लॉकडाउन के चौथे चरण दम तोड़ती अर्थव्यवस्था में जान डालने के लिए अन्य औद्योगिक गतिविधियों को शुरू किया जा सकता है। इसी कड़ी में जम्मू कश्मीर उद्योग विभाग ने कई बड़े कदम उठाये हैं। जिसके मुताबिक जम्मू कश्मीक के कुल 4802 उद्योगों को सशर्त चलने की अनुमति दे दी है। जम्मू कश्मीर प्रशासन की मानें तो कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मार्च के महीने में घोषित लॉकडाउन के कारण प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों पर खासा असर पड़ा है, जिसको कम करने के लिए ये फैसला लिया गया है। इस बाबत जम्मू-कश्मीर के उद्योग विभाग के आयुक्त सचिव मनोज कुमार दिवेदी ने कहा कि उद्योग किसी भी अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी होता है और मौजूदा हालातों में उद्योगों को जारी रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। देश में जारी लॉकडाउन के दौरान ज़रूरी सामान, दवाइयों और मास्क की सप्लाई को जारी रखना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। हालांकि पूरी सावधानी के साथ राज्य में 4802 उद्योगों को फिर से शुरू करने की इजाजत दी गई है।
इसके साथ ही प्रशासन की ओर से ये भी कहा गया कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे सभी उद्योगों को उत्पादन की इजाज़त दी गयी है जिससे न केवल अर्थव्यवस्था को मज़बूती मिलेगी बल्कि मज़दूरों का विस्थापन भी रुक जायेगा। राज्य में फिलहाल 4802 उद्योग को शुरू किया गया है, जिनमें जम्मू में 2727 और कश्मीर में 2075 उद्योगों को काम करने की इजाज़त दे दी है। आपको बता दें सरकार ने जिन शर्तो पर उद्योगों को उत्पादन करने की अनुमति दी है उनमे सोशल डिस्टेंसिंग, 30 प्रतिशत कर्मचारियों की हाज़िरी, मास्क और सैनिटाईज़र का इस्तेमाल करना शामिल है।
आपको बता दें जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 880 तक जा पहुंचा है। वहीं 10 से ज्यादा की मौत हुई है। वहीं अबतक देशभर में कुल 70 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की पुष्टी की जा चुकी है।