भारत में इस वक्त कोरोना वायरस अपने चरम पर है। हर दिन 5 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 70 हजार से ज्यादा हो गई है और जिस तेजी के साथ कोरोना वायरस देश में फैल रहा है उसे देखते हुए ये कहा जा सकता है कि इस सप्ताह के अंत तक ये आंकड़ा एक लाख तक जा पहुंचेगा। ऐसे में देशभर में कोरोना की टेस्टिंग को भी तेज कर दिया गया है। जिसके लिए ज्यादा मात्रा में टेस्टिंग किट की जरूरत को पूरा करने के लिए अब हमें अन्य देशों पर नहीं रहना होगा।अब टेस्टिंग किट का उत्पादन देश में ही होगा। आपको बता दें IIT दिल्ली की कोविड-19 टेस्टिंग किट का उत्पादन बेंगलुरु की एक जैव प्रौद्योगिकी कंपनी करेगी, और ये किट के जून के पहले हफ्ते में ही लोगों के लिए उपलब्ध होगी। सूत्रों की माने तो जेनेई लैबोरेटरीज विशाखापत्तनम में आंध्र प्रदेश मेडटेक जोन में किट का बड़े पैमाने पर विनिर्माण करेगी। बता दे जेनेई लैबोरेटरीज को खास तौर पर कोविड-19 टेस्टिंग किट के लिए ही स्थापित किया गया है। साथ ही जेनेई लैबोरेटरीज उन कंपनियों में से एक है जिन्हें किफायती कोविड-19 किट के उत्पादन के लिए आईआईटी दिल्ली से गैर विशिष्ट लाइसेंस मिला है। कोरोनावायरस के लक्षणों का पता लगाना अब भी पूरे विश्व के लिए चुनौती बना हुआ है, क्योंकि इस वायरस के लक्षणों में लगातार बदलाव देखे जा रहे हैं। जिस वजह से वायरस का संक्रमण तेज़ी से पूरे विश्व में फैला है। संक्रमितों की पहचान हो जाने पर उनका इलाज भी जल्द से जल्द किया जा सकता है।
आपको बता दें देश में कोरोना के मरीजों की संख्या दिन-दुगनी रात चौगुनी बढ़ रही है। बीते 12 मई यानी मंगलवार तक देश में कुल कोरोना पॉजिटिस का आंकड़ा लगभग 70 हजार से ज्यादा हो गया है। वहीं मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है बता दें अब तक देशभर में अबतक करीब 3 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 22 हजार 4 सौ 54 लोग ठीक भी हुए हैं। इन आंकड़ों के हिसाब से स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी यही मान रहे है कि अन्य दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोरोना मृत्यु दर काफी कम है, वहीं मरीजों के ठीक होने के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हुई है।