बिहार: NMCH की हालत खस्ता, बुनियादी सुविधाओं की कमी, डॉक्टरों ने की शिकायत

देशभर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। अबतक 20 राज्यों के कुल 548 जिलों को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। साथ ही 31 मार्च तक धारा 144 भी लागू कर दिया गया है। कर्नाटक, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत, उत्तरप्रदेश, बिहार समेत अन्य कई राज्यों में कोरोना वायरस फैल चुका है। बिहार में भी तेजी से कोरोना वायरस के मामलों में बढ़तरी हो रही है।  इसी बीच खबर है कि नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल यानी NMCH के जूनियर डॉक्टरों ने मांग की है कि उन्हें क्वारंटीन में भेजा जाए।

NMCH अस्पताल के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ रणविजय भारती समेत 83 जूनियर डॉक्टरों ने खुद को क्वारंटीन में भेजने की मांग करते हुए सुप्रीटेंडेंट को इस बाबत चिट्ठी लिखी है। इस मामले में डॉ रणविजय भारती ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वो लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ऐसे में NMCH में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए उचित उपकरण के साथ साथ बुनियादी सुविधाओं की भी कमी है। साथ ही उनका ये भी कहना है कि उन्हें अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों की मदद भी नहीं मिल रही है। वहीं पटना के DM कुमार रवि का कहना है कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है मामले की सुचना मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।  

आपको बता दें कोरोना वायरस के मरीजों के लिए नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आई वार्ड, मेडिसिन वार्ड, नशामुक्ति वार्ड, सर्जरी वार्ड, आईसीयू वार्ड को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया गया है। वहीं अस्पताल प्रशासन ने अन्य 100 नए बेड बनाने की शुरूआत भी कर दी है। वहीं बिहार में पिछले 6 मार्च से अबतक कुल 187 लोगों के सैंपल्स को टेस्ट किए गए हैं। जिसमें से अबतक केवल 3 मरीजों की रिपोर्ट की पॉजिटिव आई है। वही बाकी के 175 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।  

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