कोरोना वायरस के इस संकट को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन जारी है। इसकी वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग फंस गए हैं। लेकिन ऐसे लोगों के लिए ही घरवापसी एक्सप्रेस ट्रेन की शुरूआत की गई है। राज्यों के अनुरोध पर रेलवे ने 6 विशेष ट्रेन चलाकर छात्रों और मजदूरों को घर भेजाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें जहां बीते शनिवार को 1200 मजदूरों को लेकर पहली यात्री ट्रेन तेलंगाना चलकर रांची पहुंची थी तो वहीं आज कोटा से बिहार के लिए 3 मई यानी आज से 6 मई तक स्पेशल ट्रेन चलेगी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोचिंंग स्टूडेंट्स को घर वापस भेजने के लगातार प्रयास हो रहे हैं। कई राज्यों में बसों के जरिए हजारों स्टूडेंट्स को उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। अब बिहार के वैसे छात्रों के लिए आज से स्पेशल ट्रेन चलेगी, जो कोटा में रह रहे बिहार के करीब 10 से 12 हजार विद्यार्थियों को उनके घर पहुंचाएगी।इस बाबत प्रशासन की तैयारी भी पूरी हो चुकी है। ताकि इन चार दिनों में बिहार के सभी बच्चों को सुरक्षित उनके घर भेजा जा सके।
आपको बता दें अब तक कोटा से बसों के जरिए 25 से 30 बच्चों को भेजा दिया गया है। वहीं आज जो स्पेशल ट्रेन चलने वाली है उसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी ध्यान रखा जाएगा। ट्रेन के एक कोच में 72 लोगों के बैठने की जगह होती है, लेकिन एक कोच में सिर्फ 54 बच्चों को ही बैठाया जाएगा। ट्रेनों की रवानगी से पहले बच्चों का मेडिकल चेकअप होगा। साथ ही ट्रेन के गंतव्य स्थान पर पहुंचने पर सभी छात्रों को बसों के जरिए उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलवा सभी बच्चों को मेडिकल चेकअप करके होम क्वारिंटीन में रहने की हितायत दी जाएगी।
वहीं कोटा से बीते शनिवार को बच्चों को त्रिपुरा और दिल्ली के बसों से भेजा गया। बसों को रवाना करने से पहले सैनेटाइज किया गया। वहीं सफर के दौरान बच्चों को तकलीफ न हो, इसके लिए उन्हें खाने-पीने का सामान भी दिया गया। बीते शनिवार को त्रिपुरा के लिए 10 बसें के जरिए 200 बच्चों को भेजा गया था।