2020 में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है क्या इस बार उन राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर चुनाव होगा ? ये एक बड़ा सवाल है क्यों कि जिस तरह से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कह रही हैं कि बंगाल में ऐसा कोई कानून नही लागू होगा । कुछ इस तरह दिल्ली में चुनाव से पहले कांग्रेस भी कह रही है कि कांग्रेस सरकार अगर दिल्ली में आती है तो एनआरसी और सीएए लागू नही होगा । आपको बता दें कि दिल्ली में अभी चुनावों की तारीखों का एलान नहीं हुआ है लेकिन हर राजनीतिक दल ने अपनी कमर कस ली है । जहां बीजेपी सीएए और एनआरसी में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को घेर रही है । वहीं कांग्रेस ने एलान किया है अगर वह सता में आए तो नागरिकता संशोधन कानू (CAA) और एनआरसी को लागू नहीं होने देंगे । कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा है कि वह इसे अपने घोषणा पत्र में शामिल करेंगे ।
कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी है कि वह सीएए और एनआरसी को लेकर विधानसभा का सत्र बुलाए । अजय माकन ने कहा है कि अगर वो दिल्ली विधानसभा जीतकर सत्ता में आती है तो दिल्ली में एनआरसी और एनपीआर को लागू नहीं करेगी । एनपीआर 2010 और 2020 में बहुत फ़र्क़ है । लोगों का मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए ये सब लाया जा रहा है ।