भारत समेत पूरी दुनिया में बच्चों के लिए अपने खास प्रोडक्ट के चलते घर-घर तक पहुंच बनाने वाली दिग्गज फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने पहली बार माना है उसके उत्पादों में कैंसर कारक तत्व पाए गए हैं। जॉनसन बेटी पाउडर में एस्बेस्टस मिलने के बाद कंपनी अपने 33 हजार बेटी पाउडर की बॉटल्स वापस मंगा ली है। जॉनसन के बेबी पाउडर में कैंसरकारक तत्वों का खुलासा अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की जांच में हुआ है। जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर, शैंपू व तेल का भारत में भी काफी बड़ा बाजार है। इन उत्पादों के अलावा भी कंपनी कई मेडिकल उत्पादों का निर्माण करती है।
न्यूयार्क टाइम्स की एक खबर के मुताबिक कंपनी पहले तो बेबी पाउडर में एस्बेस्टस की मौजूदगी को कई महीने तक नकारती रही। लेकिन अब जॉनसन एंड जॉनसन ने माना कि रेग्युलेटर को ऑनलाइन रिटेलर से खरीदे गए बेबी पाउडर सैंपल में क्राइसोटाइल एस्बेस्टस का पता चला है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयर बाजार में 6 प्रतिशत तक की गिरावट आ गयी।
बता दें कि कंपनी पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं कि उसके पाउडर में कैंसरकारक तत्व हैं। कंपनी पर 15 हजार से अधिक केस भी हो चुके हैं। आरोप है कि जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर की वजह से मेसोथलिओमा हो गया जोकि एक आक्रामक कैंसर है। इसके लिए पाउडर में मिलाया गया एस्बेस्टस जिम्मेदार है। कई मुकदमों में कंपनी को जुर्माना भी भरना पड़ा है। हाल ही में ऐसे ही एक मामले में कंपनी को 8 बिलियन डॉलर का जुर्माना भरना पड़ा था।
भारत में भी विवादों के घेरे में जाॅनसन एंड जाॅनसन
अमेरिकी कंपनी जाॅनसन एंड जाॅनसन का भारत में बड़ा बाजार है। यहां भी कई बार कंपनी के उत्पाद सवालों के घेरे में आ चुके हैं। इसी साल मई महीने में दिल्ली हाईकोर्ट ने दोषपूर्ण कूल्हा प्रत्यारोपण उपकरण मुहैया कराने के मामले में कंपनी को 67 मरीजों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्देश दिया था।
क्या होता है एस्बेस्टस?
एस्बेस्टस एक घातक कार्सिनोजेन है जिससे इंसानों में कैंसर बढ़ने का खतरा होता है। यह पहली बार है जब अमेरिका की स्वास्थ्य नियामकों ने प्रोडक्ट में एस्बेस्टस की मात्रा का पता लगाया है। वहीं पहली बार कंपनी ने अपने बेबी पाउडर प्रोडक्ट को बाजार से वापस मंगाया है।