विधानसभा चुनाव नतीजे:सपा ने कहा- कांग्रेस के घमंड की हार, जेडीयू बोली- ‘अकेले नहीं जीत सकती ये पार्टी’

राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों में जहां बीजेपी के लि सरकार बनाने का रास्ता साफ़ हो गया है, वहीं तेलंगाना में कांग्रेस बनाने का मौक़ा कांग्रेस को मिल रहा है.

मध्य प्रदेश में 2003 से बीजेपी की सरकार है (दिसंबर 2018 में यहां कमल नाथ के नेतृत्व में सरकार बनी जो मार्च 2020 में गिर गई) और इस बार उम्मीद ये थी कि यहां एंटी इनकम्बेसी फैक्टर देखने को मिल सकता है.

साथ ही चुनावों से पहले यहां सीएम के चेहरे का एलान तक नहीं किया गया था, ऐसे में माना ये जा रहा था कि शायद यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. लेकिन सभी पूर्वानुमानों को दरकिनार करते हुए मध्य प्रदेश में बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया है.

वहीं छत्तीसगढ़ में माना जा रहा था कि भूपेश बघेल सरकार वहां वापसी कर सकती है, लेकिन यहां भी बीजेपी को बहुमत मिला है, जबकि कांग्रेस अब यहां विपक्षी पार्टी की भूमिका में नज़र आएगी.

यहां बहुजन समाज पार्टी को दो सीटों पर, भारत आदिवासी पार्टी को तीन सीटों पर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल को एक-एक सीट पर जीत मिली है. 9 सीटें इंडिपेन्डेन्ट उम्मीदवारों के खाते में गई हैं.

तेलंगाना में कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया है. यहां बीजेपी को 8 सीटों पर जीत मिली है जबकि बीआरएस 40 का आंकड़ा छू नहीं पाई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी को तीन राज्यों में मिली जीत के बाद कांग्रेस और विपक्षी दलों के ‘इंडिया गठबंधन’ पर निशाना साधा. उन्होंने पार्टी की जीत को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए संकेत बताया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के ‘जनादेश को विनम्रतापूर्वक’ स्वीकार करते हैं और तेलंगाना में वादे पूरे करने का दावा किया.

इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी दलों ने पार्टी की तीन राज्यों में हार के बाद उस पर तीखा हमला किया है.

विधानसभा चुनाव के पहले मध्य प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस नेता कमल नाथ से बहस में उलझे अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने नतीजों को कांग्रेस के घंमड की हार बताया है.

वहीं जनता दल यूनाइटेड ने कहा है कि ये इंडिया गठबंधन नहीं कांग्रेस की हार है. नतीजों से साफ़ है कि ये पार्टी अकेले चुनाव नहीं जीत सकती.

मोदी ने कहा- जनता के आगे नतमस्तक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजों के लिए तीनों राज्यों के लोगों को धन्यवाद कहा है.

रविवार शाम बीजेपी मुख्यालय पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा “आज की हैट्रिक (राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) ने 24 (2024 के लोकसभा चुनाव) की हैट्रिक की गारंटी दे दी है. उन्होंने कहा कि इन चुनाव नतीजों की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई देगी.”

उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर तंज कसते हुए कहा ये नतीजे उन ताकतों को चेतावनी है जो प्रगति और जनकल्याण की राजनीति के खड़े ख़िलाफ़ रहते हैं.

उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर तंज कसते हुए कहा ये नतीजे उन ताकतों को चेतावनी है जो प्रगति और जनकल्याण की राजनीति के खड़े ख़िलाफ़ रहते हैं.

“ऐसी सभी पार्टियों को गरीबों ने चेतावनी दी है कि सुधर जाइए नहीं तो जनता आपको चुन-चुन कर साफ कर देगी.”

“लोकतंत्र के हित में मेरी कांग्रेस और उसके साथियों को सलाह है कि ऐसी राजनीति न करें जो देश विरोधी हो, जो देश को कमज़ोर करने वाले विचारों को गति दें.”

इससे पहले सोशल प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा, “हम जनता जनार्दन के आगे नतमस्तक हैं. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम बता रहे हैं कि भारत की जनता का भरोसा सिर्फ और सिर्फ सुशासन और विकास की राजनीति में है, उनका भरोसा बीजेपी में है.”

उन्होंने लिखा, “भाजपा पर अपना स्नेह, विश्वास और आशीर्वाद बरसाने के लिए मैं इन सभी राज्यों के परिवारजनों का, विशेषकर माताओं-बहनों-बेटियों का, हमारे युवा वोटर्स का हृदय से धन्यवाद करता हूं. मैं उन्हें भरोसा देता हूं कि आपके कल्याण के लिए हम निरंतर अथक परिश्रम करते रहेंगे.”

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद कहा है. उन्होंने लिखा, “आप सभी ने अद्भभुत मिसाल पेश की है. भाजपा की विकास और गरीब कल्याण की नीतियों को आपने जिस तरह लोगों के बीच पहुंचाया, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है.”

उन्होंने लिखा, “आप सभी ने अद्भभुत मिसाल पेश की है. भाजपा की विकास और गरीब कल्याण की नीतियों को आपने जिस तरह लोगों के बीच पहुंचाया, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है.”

“हम विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. हमें ना रुकना है, ना थकना है. हमें भारत को विजयी बनाना है. आज इस दिशा में हमने मिलकर एक सशक्त कदम उठाया है.”

अमित शाह ने क्या कहा?

केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मिली जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है.

उन्होंने सोशल पोस्ट में लिखा, “जनता के दिल में सिर्फ और सिर्फ मोदी जी हैं… आज के चुनाव परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि तुष्टीकरण और जाति में बाँटने की राजनीति के दिन समाप्त हो चुके हैं…”

“नया भारत पॉलिटिक्स ऑफ परफॉरमेंस पर वोट देता है. इस अपार समर्थन के लिए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की जनता को नमन करता हूँ.”

बीजेपी नेता क्या बोले?

देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी की एक तस्वीर साझा की और लिखा “देश में एक ही गारंटी चलती है, मोदी की गारंटी.”

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता डॉक्टर रमन सिंह ने लिखा “अंधेरा छंट गया है, सूरज निकल चुका है, कमल खिलने जा रहा है. सभी कार्यकर्ता साथी इस काउंटिंग की प्रक्रिया से जुड़े रहें क्योंकि बहुत जल्द भाजपा आ रही है.”

बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गी ने एक ट्वीट में मोदी को दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता, अमित शाह को कुशल रणनीतिकार और जेपी नड्डा को कुशल संगठनकर्ता बताया.

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने भी एस जयशंकर की तरह लिखा “इस देश में एक ही गारंटी है मोदी गारंटी”. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए लिखा, “अब ईवीएम और चुनाव आयोग कांग्रेस के निशाने पर होगा….”

मध्य प्रदेश के रुझानों को देखते हुए बीजेपी नेता साध्यी प्रज्ञा ठाकुर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लेगों के मन में मोदी हैं, ये बात साफ हो गई है. पीएम मोदी पूरे भारत के मन में हैं इसलिए बीजेपी को विकास के नाम पर वोट मिलता है, महिला सुरक्षा और उनके सम्मान के नाम पर वोट मिलता है.”

ये आम चुनावों की रिहर्सल’

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने पांच राज्यों के नतीजों को आगामी लोकसभा चुनाव का रिहर्सल बताया.

उन्होंने कहा, “पांच राज्यों के चुनाव लोकसभा की रिहर्सल थी. मोदी का नेतृत्व पूरे देश से स्वीकारा है. जिस तरह देश का विकास हो रहा है, भारत की अर्थव्यवस्था वैश्किव स्तर पर तीसरे नंबर पर आ गई है. तेलंगाना और मिज़ोरम में हमें कम ही उम्मीद थी लेकिन इन तीन राज्यों में हमें जीत का यकीन था.”

“सौ फीसदी नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. राहुल गांधी जो पीएम के लिए उपशब्द कहते रहे हैं, हमने उन्हें सबक सिखाने की योजना बनाई है. लोकसभा चुनावों में हम 330 से 350 सीटें जीतेंगे.”

राजस्थान के रुझानों में बीजेपी को बढ़त मिलने को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा है.

उन्होंने कहा, “ये तय मानिए कि जादूगर का जादू खत्म हो गया है. तिलिस्म टूट गया है. राजस्थान की जनता ने हकीकत पर वोट किया है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी सरकार बनाएगी.”

“पनौती’ को लेकर चुटकी

मतगणना शुरू होने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर पनौती शब्द ट्रेंड कर रहा था. कई लोग इसे लेकर भी टिप्पणी कर रहे थे.

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी दानिश कनेरिया ने भारत के चार में से तीन राज्यों में बीजेपी की बढ़त पर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है.

सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ से किए एक ट्वीट में उन्होंने केवल इतना लिखा, “पनौती कौन?”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 21 नवंबर को राजस्थान के बाड़मेर में एक चुनावी रैली के दौरान विश्व कप में भारत की हार का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी पर तंज़ किया था.

उन्होंने रैली में पीएम मोदी को ‘पनौती मोदी’ बताया था. उन्होंने कहा था “पीएम मतलब पनौती मोदी. अच्छा भला हमारे लड़के वहां वर्ल्ड कप जीत जाते, हरवा दिया. टीवी वाले यह नहीं कहेंगे. मगर, जनता जानती है.”

हम लौटेंगे- मल्लिकार्जुन खड़गे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वो जनादेश विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं, साथ ही उन्होंने लिखा कि विचारधारा की उनकी लड़ाई जारी रहेगी.

उन्होंने लिखा, “मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का जनादेश हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं, लेकिन विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी. तेलंगाना के लोगों को मेरा बहुत धन्यवाद – प्रजालु तेलंगाना बनाने का वादा हम ज़रूर पूरा करेंगे. सभी कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत और समर्थन के लिए दिल से शुक्रिया.”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तेलंगाना के लोगों का धन्यवाद जताया है और छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के नतीजों के बारे में सोशल मीडिया पर लिखा कि “ये चुनाव परिणाम हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहे हैं, परंतु हम मेहनत एवं दृढ़निश्चय से मज़बूती से वापसी करेंगे.”

साथ ही उन्होंने लिखा कि “हमें इस हार से हताश हुए बगैर इंडिया दलों के साथ, दोगुने जोश से लोक सभा चुनाव की तैयारी में लग जाना है.”

कमल नाथ ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैंने पहले भी कहा था कि मैं मध्य प्रदेश के मतदाताओं पर विश्वास करता हूं, आज भी कहता हूं. मुझे ये उम्मीद है कि उन्होंने बीजेपी पर जो भरोसा दिखाया है उनके साथ विश्वासघात नहीं होगा.”

“हम अपनी कमियों पर विचार करेंगे और लोगों से चर्चा करेंगे कि हम मतदाताओं से क्यों अपनी बात समझा नहीं पाए.

शायद जनता समझ नहीं पाई’

कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि राजस्थान की जनता विधानसभा चुनाव में “बीजेपी से बदला लेगी लेकिन शायद जनता समझ नहीं पाई.”

अशोक गहलोत ने कहा, “चुनाव में हमारे नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी. हमारी स्कीम इतनी शानदार थी, हमें उम्मीद थी कि स्कीमों के आधार पर और जो क़ानून पास किए हैं, उनके आधार पर सरकार हमारी बनेगी.”

“(मल्लिकार्जुन) खड़गे ने आज भी कहा है कि जो हुआ सो हुआ. मोदी जी, अमित शाह जी और जितने नेता आए थे बाहर से, पांच-सात मुख्यमंत्री आ गए, धावा बोला मेरे पर और सरकार पर. उनका टार्गेट था क्योंकि (राजस्थान की) सरकार गिरा नहीं पाए थे. मुझे उम्मीद थी कि जनता बदला लेगी उनसे. हो सकता

है कि जनता वो बात समझ नहीं पाई होगी.” वहीं सोशल मीडिया प्लेफ़ॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, “यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है. यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे.”

गुलाम नबी ने क्या कहा

पूर्व कांग्रेस नेता और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि “मैंने बीते 20-25 दिनों में ये चीज़ महसूस की कि बीजेपी से तो हमें ये उम्मीद थी कि वो कभी अल्पसंख्यकों की बात नहीं करती. लेकिन कांग्रेस जिसे अल्पसंख्यकों के मुद्दों का चैंपियन कहा जाता रहा है, उसके किसी नेता ने अल्पसंख्यकों के बारे में बात नहीं की.”

“ये चिंताजनक बात है. कांग्रेस नेता (इंदिरा गांधी) मुसलमान, शेड्यूल्ड कास्ट और बहुत गरीब वर्ग की बात करते थे. आगे मुसलमान अल्पसंख्यकों में बदल गए. बीते 8-10 सालों से जब से नया पार्टी में नेतृत्व है कुछ वक्त से वो भी गायब हो गए. अब पिछड़ा वर्ग और एससीएसटी हो गया है, अल्पसंख्यक मुद्दों में हैं ही नहीं.”

इंडिया गठबंधन का शिकवा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तेलंगाना के लोगों का धन्यवाद जताया है और छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के नतीजों के बारे में सोशल मीडिया पर लिखा कि “हमें इस हार से हताश हुए बगैर इंडिया दलों के साथ, दोगुने जोश से लोक सभा चुनाव की तैयारी में लग जाना है.”

लेकिन इंडिया गठबंधन के कांग्रेस के सहयोगियों का बयान रविवार को कांग्रेस से मेल खाता नहीं दिखा.

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के चुनाव नतीजों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि चुनाव के दौरान किए गए कांग्रेस के दावे पूरी तरह खोलने साबित हुए.

उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन की उपेक्षा मुद्दा भी उठाया.

उमर अब्दुल्लाह ने कहा, “हम शायद ये उम्मीद नहीं कर रहे थे, हमें जो लग रहा था, हम जो सुन रहे थे कि छत्तीसगढ़ में तो कांग्रेस आराम से आगे है. मध्य प्रदेश में भी वो (कांग्रेस) जीत जाएंगे. तेलंगाना में तो उनकी कॉन्फिडेंस (भरोसा) थी. और यहां तक कह रहे थे कि राजस्थान में भी वो आखिर में निकल आएंगे.”

जब नतीजे सामने आए तो सिवाए तेलंगाना के उनकी बाकी बातें बेबुनियाद साबित हुईं. न वो छत्तीसगढ़ बचा सके. न वो मध्य प्रदेश वापस जीत सके. न वो राजस्थान दोबारा जीत पाए. मध्य प्रदेश को देखिए न आप, थोड़ी देर कमलनाथ जी चीफ़ मिनिस्टर रहे, उसको छोड़कर, 20 साल तो हो गए (बीजेपी राज के), ये पांचवा टर्म (कार्यकाल) शायद शुरू होने जा रहा है. ये कोई मामूली बात नहीं है.”

“छह तारीख को कांग्रेस अध्यक्ष ने इंडिया अलायंस को खाने पर बुलाया है. चलिए तीन महीने बाद उनको इंडिया एलायंस दोबारा याद आया. अब देखते हैं, उस पर क्या बात होती है.”

तीन राज्यों में कांग्रेस के रुझानों में पिछड़ने के बाद जनता दल यूनाइडेट ने कांग्रेस पर तंज कसा और पार्टी के एक नेता ने कहा कि ये स्पष्ट हो चुका है कि मुख्य पार्टी के तौर पर कांग्रेस अपने बूते जीत हासिल नहीं कर सकती.

पार्टी के प्रवक्ता केसी त्यागी ने ये ज़िक्र करते हुए कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार हुई है कहा कि चुनाव में विपक्ष के तौर पर इंडिया गठबंधन कहीं नहीं था.

उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक तौर पर सोशलिस्ट पार्टियां इन राज्यों में थीं, लेकिन कांग्रेस ने कभी इंडिया गठबंधन के अपने दूसरे सहयोगियों से न तो सलाह ली और न ही उनसे राय मांगी.

उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान भोपाल में इंडिया गठबंधन की एक रैली होनी थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने ये रैली नहीं करने का फ़ैसला किया.

समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार के लिए कमल नाथ की ‘अखिलेश-विखिलेश’ टिप्पणी को ज़िम्मेदार बताया है.

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उनके इस बयान से न केवल बहुजन वर्ग के लोग बल्कि पिछड़े वर्ग के लोगों को ठेस पहुंची.

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज सिंह यादव ‘काका’ ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि कमल नाथ ने जाति जनगणना पर एक भी शब्द नहीं कहा जबकि उनकी सहगोयी समाजवादी पार्टी लगातार सामाजितक न्याय के लिए लड़ती आई है.

उन्होंने रामधारी सिंह दिनकर की रचना का पाठ करते हुए कहा, “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.”

उन्होंने चुनाव नतीजों को कांग्रेस के घमंड की हार कहा और कहा कि समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में पांच सीटें माग रही थी लेकिन “उन्होंने हमारे नेताओं का अपमान किया. अगर आप पिछड़े वर्गों को पांच सीटें तक नहीं दे सकते तो आपको उनका वोट कैसे मिलेगा.”

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