Nitish Kumar par Hamla

Nitish Kumar: नीतीश कुमार पर हमले के पीछे कौन? जानिए पूरा घटनाक्रम

Nitish Kumar: बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) के साथ पटना जिले के बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) में रविवार को एक अप्रिय वारदात होते-होते बची। बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) में मुख्‍यमंत्री का घर है और यह शहर उनकी जन्‍मस्‍थली भी है। इस इलाके से मुख्‍यमंत्री का काफी गहरा लगाव रहा है। पिछले कुछ दिनों से वे लगातार इस क्षेत्र में भ्रमण पर निकल रहे थे। रविवार को भी मुख्‍यमंत्री बख्‍त‍ियारपुर (Bakhtiyarpur) में थे। उन्‍होंने अपने घर पर थोड़ी देर आराम किया और शाम को स्‍वतंत्रता सेनानी शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्‍यार्पण करने पहुंचे। इसी दौरान घटना हो गई। हम यहां पूरे घटनाक्रम के प्रमुख बिंदुओं के बारे में आपको बताएंगे।
बाजार में लोगों से मिलने निकले थे मुख्‍यमंत्री

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) रविवार को पूरा दिन बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) में रहे। सुबह के वक्‍त उन्‍होंने बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) के सीढ़ी घाट पर लोगों से मुलाकात की। यहां उनका नाता मुख्‍यमंत्री की बजाय मित्रों, रिश्‍तेदारों, संघर्ष के साथियों और बचपन के दोस्‍तों के तौर पर अधिक है। इसलिए सीएम लोगों से आत्‍मीयता से मिलते हैं। लिहाजा सुरक्षा में भी कभी-कभार थोड़ी ढिलाई हो जाती है। सीढ़ी घाट पर लोगों से मिलकर वे बाईपास रोड स्थित अपने घर चले गए। इसके बाद शाम को वे बख्तियारपुर बाजार में घूमने निकले थे।


मुख्‍यमंत्री पर हमले की कोशिश तब हुई, जब वे बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) बाजार स्थित स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र के परिसर में स्‍वतंत्रता सेनानी शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्‍यार्पण करने पहुंचे थे। इसी दौरान सिरफिरे युवक ने मुख्‍यमंत्री के पास जाने की कोशिश की। हालांकि वह निहत्‍था था, बावजूद उसका हावभाव मुख्‍यमंत्री को नुकसान पहुंचाने का दिख रहा था। उसने जिस तरह का व्‍यवहार किया, उससे सतर्क होकर सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत पकड़ लिया। हालांकि तब तक वह सुरक्षा घेरे को तोड़कर सीएम के काफी नजदीक जा चुका था।


सुरक्षा कर्मियों ने जब युवक को दबोचा, तो सीएम खुद पर हमला करने आए शख्‍स को बचाने की कोशिश करते नजर आए। मुख्‍यमंत्री सुरक्षा कर्मियों को समझाते नजर आए, ताकि वे युवक के साथ उग्र व्‍यवहार नहीं करें। बाद में जब उन्‍हें सब कुछ बताया गया, तब भी उन्‍होंने कहा कि युवक पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाए। देखा जाए कि उसे क्‍या दिक्‍कत है, उसकी परेशानी दूर की जाए। उसके मानसिक तौर पर बीमार होने की जानकारी दिए जाने पर नीतीश कुमार ने इलाज में भी मदद करने का निर्देश अधिकारियों को दिया।


घटना के बाद पुलिस और प्रशासन युवक का बैकग्राउंड पता करने में पुलिस की टीम लगी रही। एडीजी (मुख्‍यालय) जितेंद्र गंगवार ने कहा कि प्रथमदृष्‍टया युवक मानसिक तौर पर परेशान नजर आया है। पटना के जिला जनसंपर्क पदाधिकारी की ओर से बताया गया कि युवक की पत्‍नी उसे छोड़कर कही चली गई थी। इसके बाद से ही वह परेशान रहा करता था। युवक के कुछ नजदीकी रिश्‍तेदारों ने दावा किया कि वह एक बार फांसी से झूलते हुए बचाया गया था। हालांकि वे ये नहीं बता पाए कि‍ युवक खुद फांसी से झूला या उसे किसी ने हत्‍या के लिए ऐसा किया।
राजनीतिक दलों ने की निंदा

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ हुई घटना की जदयू, भाजपा, हम, कांग्रेस और राजद सहित तमाम दलों के नेताओं ने निंदा की है। जदयू के नेताओं ने इसे सिरफिरे व्‍यक्ति की करतूत बताया है, तो राजद और कांग्रेस ने पुलिस और सीएम की सुरक्षा व्‍यवस्‍था पर सवाल खड़े किए हैं। इस पूरे घटनाक्रम पर पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी, जीतन राम मांझी, तेज प्रताप यादव सहित कई बड़े नेताओं के बयान आए हैं।
घटना की अगली शाम प्रशासन की बड़ी बैठक

सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ हुई घटना के अगले दिन सरकार के कई बड़े अधिकारी पहुंचे। शाम को बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) डाकबंगला में प्रशासनिक महकमे की बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में गृह सचिव, एडीजी विशेष शाखा, आईजी, डीआईजी, एसएसपी, ग्रामीण एसपी, एएसपी, एसडीएम समेत तमाम पदाधिकारी शामिल रहे। बैठक से मीडिया को दूर रखा गया। एक अधिकारी ने बताया कि बैठक के बारे में कोई भी जानकारी पटना से ही दी जाएगी।

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