नए कृषि कानूनों को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच गुरुवार को Punjab के मुख्यमंत्री कैप्टन Amarinder Singh, गृह मंत्री Amit Shah से उनके आवास पर मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि इस समस्या का हल जल्द निकलना चाहिए। उन्होंने कहा,’किसानों और केंद्र के बीच बातचीत चल रही है, मेरे पास हल करने के लिए कुछ भी नहीं है। मैंने गृह मंत्री के साथ अपनी बैठक में अपना विरोध दोहराया और उनसे इस मुद्दे को हल करने का अनुरोध किया क्योंकि यह मेरे राज्य की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की सुरक्षा को प्रभावित करता है।’
यह मुलाकात केंद्र और Farmers संगठनों के बीच चौथे दौर की वार्ता से पहले होगी। ऐसे में यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार कैप्टन आज सुबह दिल्ली में शाह के साथ विचार-विमर्श करेंगे और गतिरोध के समाधान के लिए प्रयास करेंगे। Punjab के CM और कांग्रेस पार्टी किसानों के विरोध का समर्थन कर रही है और राज्य विधानसभा में केंद्र के कृषि कानून को नजरअंदाज करने के उद्देश्य से कई विधेयक पारित किया है। उन्होंने कहा था कि वह और उनकी सरकार सामूहिक हित में केंद्र और किसानों के बीच बातचीत में मध्यस्थता करने को तैयार हैं।
प्रदर्शन कर रहे अधिकतर किसान Punjab से हैं। 7 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं। किसान कृषि कानूनों को रद करने की मांग पर अड़े हुए हैं। Farmers नेताओं और केंद्र सरकार के बीच मंगलवार को हुई एक बैठक बेनतीजा रही। किसान यूनियनों का कहना है कि नए कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समाप्त हो जाएगा, लेकिन सरकार का कहना है कि यह व्यवस्था जारी रहेगी और कानून किसानों को अपनी फसल बेचने के अधिक विकल्प देगा।
अब तक तीन दौर की वार्ता हो चुकी है
नए कृषि कानूनों को लेकर Farmers संगठनों और केंद्र के बीच अब तक तीन दौर की वार्ता हो चुकी है। किसी का भी नतीजा नहीं निकला है। ऐसे में आज होने वाली चौथे दौरे की बैठक पर सभी नजरें टिकी हुई हैं। मंगलवार को वार्ता के दौरान सरकार की ओर से संयुक्त समिति के गठन के प्रस्ताव को किसान नेताओं ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वार्ता का कोई नतीजा आने तक आंदोलन जारी रखा जाएगा। इस दौरान Farmers संगठनों और सरकार के बीच करीब चार घंटे तक बातचीत हुई।