आस्ट्रेलिया के रक्षा विभाग ने कहा कि चीनी नौसेना के एक पोत ने उसके एक गश्ती विमान पर लेजर हमला (laser attack) किया। इससे विमान के चालक दल की जान खतरे में पड़ गई। विभाग ने कहा कि यह घटना गुरवार को उस समय हुई जब पी-8ए पोसीडान विमान ने आस्ट्रेलिया (Australia) के उत्तरी मार्ग पर उड़ान के दौरान लेजर का पता लगाया।
असुरक्षित सैन्य आचरण की कड़ी निंदा
विभाग ने शनिवार को एक बयान में कहा कि लेजर ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी’ के पोत से छोड़ा गया था। एक अन्य चीनी पोत के साथ जा रहा यह पोत टोरेस जलडमरूमध्य से होकर गुजरा। दोनों पोत अब आस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व में कोरल सागर में हैं। विभाग ने कहा, ‘हम गैर-पेशेवर और असुरक्षित सैन्य आचरण की कड़ी निंदा करते हैं। इन कार्रवाइयों से एडीएफ कर्मियों की सुरक्षा और जीवन को खतरा हो सकता था।’ लेजर से गंभीर समस्या पैदा होती है, क्योंकि जब विमान को निशाना बनाया जाता है तो वह पायलटों को घायल कर सकते हैं या अस्थायी रूप से उन्हें दृष्टिबाधित कर सकते हैं। इससे उड़ान भरने या लैंड करते समय खतरा उत्पन्न हो सकता है।
आस्ट्रेलिया और चीन के बीच संबंधों में खटास
गौरतलब है कि आस्ट्रेलिया (Australia) और चीन के बीच संबंधों में खटास आने के बाद, 21 अप्रैल 2021 को आस्ट्रेलिया (Australia) ने घोषणा की थी कि चीनी बेल्ट एंड रोड में शामिल होने के लिए राज्य सरकार के सौदे को रद कर देगा। आस्ट्रेलिया ने यह भी कहा था कि, यह समझौता उसकी विदेश नीति के प्रतिकूल था। आस्ट्रेलिया (Australia) की विदेश मंत्री मारिज पायने ने यह जानकारी साझा करते हुए कहा था कि संघीय सरकार चीनी बेल्ट एंड रोड पहल पर हस्ताक्षर करने के विक्टोरियन राज्य सरकार के फैसले को रद करेगी।
कोरोना की उत्पत्ति की जांच का आस्ट्रेलियाई ने किया था समर्थन
वहीं, कैनबरा ने वर्ष 2018 में अपने 5G ब्राडबैंड नेटवर्क से हुआवेई टेक्नोलाजीज पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके आस्ट्रेलिया (Australia) ने विदेशी राजनीतिक हस्तक्षेप के खिलाफ कानूनों को सख्त कर दिया, और कोविड-19 (Covid-19) की उत्पत्ति के कारणों की स्वतंत्र जांच का आग्रह भी किया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में चीनी समुद्री जहाजों ने दक्षिण चीन सागर के ऊपर उड़ान भरने वाले आस्ट्रेलियाई जहाजों पर लेजर हमलों (laser attack) की शुरुआत की थी।